Russia-India की दोस्ती में नया आयाम जुड़ा, परमाणु ऊर्जा पर साथ में करेंगे काम, 6 हाईपावर न्यूक्लियर प्लांट्स भारत में लगाए जाएंगे

भारत रूस की दोस्ती में एक नया आयाम जुड़ गया है। परमाणु ऊर्जा को लेकर एक बड़ा फैसला लिया गया है। जल्द ही भारत रूसी एटोमिक एजेंसी के साथ जुड़कर परमाणु ऊर्जा पर काम करेगा। भारत और रूस की एटामिक एजेंसी 6 हजार हाईपावर न्यूक्लियर प्लांट्स बनाएंगे। ये सभी प्लांट भारत में लगाए जाएंगे। एनर्जी इस वक्त पूरी दुनिया के लिए सबसे बड़ी चिंता, चुनौती और उपलब्धि भी है। दुनिया का हर देश इस दिशा में कुछ करना चाहता है और इसे पाना चाहता है। इसलिए ये बड़ा फैसला लिया गया है।

यह घोषणा तब हुई है जब प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी 22वें वार्षिक भारत-रूस शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए दो दिवसीय महत्वपूर्ण यात्रा पर रूस में हैं। भारत और रूस ने भारत में अतिरिक्त परमाणु ऊर्जा संयंत्रों के निर्माण पर चर्चा की, रूस के रोसाटॉम ने भी इसकी पुष्टि की। राज्य परमाणु ऊर्जा निगम रोसाटॉम (रोसाटोम) एक रूसी बहु-उद्योग होल्डिंग कंपनी है जिसमें पावर इंजीनियरिंग, मशीन निर्माण और निर्माण क्षेत्र की संपत्तियां शामिल हैं। इसकी रणनीति पवन ऊर्जा सहित कम कार्बन उत्पादन विकसित करना है।

रोसाटॉम ने आगे बताया कि रूस और भारत उत्तरी समुद्री मार्ग की पारगमन क्षमता को संयुक्त रूप से विकसित करने के बारे में बातचीत कर रहे हैं। दोनों देश रूसी सुदूर पूर्वी बंदरगाहों पर ट्रांस-शिपमेंट के साथ, उत्तरी समुद्री मार्ग के माध्यम से भारतीय बंदरगाहों तक रूसी ऊर्जा संसाधनों की आपूर्ति की संभावना पर चर्चा कर रहे हैं। वे उत्तरी समुद्री मार्ग के माध्यम से अंतरराष्ट्रीय कंटेनर पारगमन के लिए एक पायलट लाइन स्थापित करने के विकल्प भी तलाश रहे हैं।

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