अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) ने कहा है कि यूक्रेन में यूरोप के सबसे बड़े परमाणु संयंत्र के पास कथित ड्रोन हमले के कारण हुए विस्फोट से इसकी सुरक्षा को फिलहाल कोई सीधा खतरा नहीं है, लेकिन इससे इसकी स्थिति बेहद गंभीर होने का पता चलता है क्योंकि यह बार-बार दोनों ओर से होने वाली गोलाबारी की चपेट में आता रहा है।
ईएईए ने कहा कि संयंत्र के पास स्थित प्रशिक्षण केंद्र में हुए विस्फोट के बारे में उसकी टीम अवगत है और उसे सूचित किया गया है कि यह धमाका ड्रोन हमले की वजह से हुआ। आईएईए ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर घटना की घोषणा करते हुए कोई और विवरण नहीं दिया लेकिन इसकी जानकारी संभवतः रूसियों से मिली जिन्होंने युद्ध के प्रारंभिक चरण से ही संयंत्र पर कब्जा कर रखा है।
जपोरिजिया परमाणु ऊर्जा संयंत्र दुनिया के 10 सबसे बड़े परमाणु संयंत्रों में से एक है और यह यूक्रेन के दक्षिणी भाग में स्थित है। इस संयंत्र के संबंध में, रूस और यूक्रेन के बीच जारी लड़ाई ने 1986 में हुई चेरनोबिल जैसी संभावित परमाणु आपदा की आशंका को बढ़ा दिया है, जहां एक रिएक्टर में विस्फोट हुआ था और विशाल क्षेत्र में घातक विकिरण फैल गया था।