आईपीएल में दो साल के प्रतिबंध के बाद जब चेन्नई सुपरकिंग्स की टीम ने 2018 में वापसी की थी तो उसे ‘डैडी आर्मी’ कहा जाने लगा। टीम में ऐसे खिलाड़ियों की संख्या अधिक थी जो पिता बन चुके थे और उनकी उम्र 30 साल से अधिक थी। महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में चेन्नई ने सबको गलत साबित कर दिया और पिछले चार सीजन में दो बार खिताब अपने नाम कर लिया। इस टीम ने कई खिलाड़ियों के डूबते करियर को संवारा है। अंबाती रायुडू और फाफ डुप्लेसिस बड़े उदाहरण हैं। ऐसा लग रहा है कि अब इस लिस्ट में अजिंक्य रहाणे का नाम जुड़ जाएगा।
रहाणे भारतीय टेस्ट टीम से बाहर चल रहे हैं। वनडे और टी20 की योजानओं से वह काफी पहले बाहर निकल हो चुके हैं। कोलकाता नाइटराइडर्स में पिछला सीजन उनके लिए कुछ खास नहीं रहा था। टीम ने फिर उन्हें बाहर भी कर दिया। इस बार जब रहाणे नीलामी में आए तो किसी ने बोली नहीं लगाए। सिर्फ चेन्नई सुपरकिंग्स ने ही उनके ऊपर विश्वास जताया। रहाणे को सीएसके ने 50 लाख रुपये में अपनी टीम में शामिल कर लिया। धोनी ने रहाणे पर जताया विश्वास
धोनी के बारे में कहा जाता है कि वह युवाओं के साथ-साथ अनुभवी खिलाड़ियों को भी टीम में रखते हैं। ऐसे में संतुलन सही रहता है। पिछले सीजन तक टीम के पास रॉबिन उथप्पा थे। इस बार वह टीम में नहीं थे। रहाणे को उनकी जगह भरने के लिए चेन्नई ने खरीदा। मुंबई इंडियंस के खिलाफ शनिवार (आठ अप्रैल) को उन्हें खेलने के लिए उतारा गया। मोईन अली के चोटिल होने पर उन्हें मौका मिला।
रहाणे ने आते ही ताबड़तोड़ अंदाज में बल्लेबाजी की। उन्होंने 27 गेंद पर 61 रन बनाए। उन्होंने 19 गेंद पर ही अर्धशतक जड़ दिया। यह इस सीजन का सबसे तेज अर्धशतक है। चेन्नई ने रहाणे को एक तरह से नया ‘जीवन’ दे दिया। अगर वह आगे भी इसी तरह खेल सके तो भारतीय टीम में उनकी वापसी हो सकती है।