शनिवार का दिन भगवान शनिदेव को समर्पित होता है। शनिदेव को कर्मफल दाता और न्याय के देवता भी कहा जाता है। शनिवार के दिन शनिदेव की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है। वहीं जातक विशेष कार्य में सिद्धि पाने के लिए शनिवार को व्रत भी करते हैं। धार्मिक शास्त्रों में निहित है कि अच्छे कर्म करने वाले जातक को शनि देव शुभ फल देते हैं और बुरे कर्म करने वाले को दंडित करते हैं। शनिदेव की महिमा निराली है। इसलिए जातक शनिवार के दिन श्रद्धाभाव से शनिदेव की पूजा करते हैं…
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राहु-केतु की इस स्थिति से कुंडली में लगता है कुलिक कालसर्प दोष
ज्योतिष में दो ग्रहों राहु और केतु को मायावी ग्रह का दर्जा दिया गया है। यह दोनों ग्रह किसी एक राशि में डेढ़ साल तक रहते हैं। डेढ़ साल बाद फिर राशि परिवर्तन करते हैं। वर्तमान समय में राहु मीन राशि में है और यह 18 मई को राशि परिवर्तन कर कुंभ राशि में गोचर करेंगे। तो वहीं केतु कन्या राशि से निकलकर सिंह राशि में गोचर करेंगे। राहु-केतु के राशि परिवर्तन से मीन और सिंह राशि के जातकों को मायावी ग्रह से मुक्ति मिलेगी। लेकिन क्या आप जानते हैं…
Read Moreप्यार के सात दिन, इस वैलेंटाइन वीक में प्यार को खिलने दें और दिलों को एक होने दें
फरवरी का महीना प्यार और रोमांस से सराबोर रहेगा क्योंकि 7 तारीख से वैलेंटाइन वीक की शुरुआत होगी और दिलों की धड़कनें बढ़ जाएंगी। जबकि सिंगल लोगों को दिल टूटने का एहसास हो सकता है, प्यार करने वालों के लिए यह साल का सबसे जादुई समय है – अपने प्यार को व्यक्त करने, उसे संजोने और अपने बंधन को और गहरा करने का मौका। 14 तारीख को होने वाले भव्य उत्सव तक इस आकर्षक सप्ताह के दौरान, जोड़ों के पास अपने जुनून को फिर से जगाने और अविस्मरणीय यादें बनाने…
Read Moreप्यार की राह पर खुशबू फैलाता है गुलाब, इसके हर रंग में छिपे हैं कई जज्बात
हर साल फरवरी के महीने में वैलेंटाइन वीक की शुरुआत होती है, जो प्यार, रोमांस और खास रिश्तों को संजोने का समय होता है। इस सप्ताह की शुरुआत 7 फरवरी को रोज डे से होती है, जो प्रेम और स्नेह का प्रतीक माना जाता है। इस दिन लोग अपने साथी, दोस्तों या किसी खास व्यक्ति को गुलाब का फूल देकर अपने जज्बातों का इजहार करते हैं। लाल गुलाब जहां गहरे प्यार का प्रतीक होता है, वहीं पीला गुलाब दोस्ती को दर्शाता है। यह दिन न सिर्फ प्रेमी-प्रेमिकाओं के लिए, बल्कि…
Read Moreकुंडली में अनंत कालसर्प योग होने पर बदतर हो जाता है जीवन
ज्योतिष शास्त्र में राहु और केतु को मायावी ग्रह माना जाता है। यह दोनों ही ग्रह वक्री चाल चलते हैं। वर्तमान समय में राहु मीन राशि में विराजमान है। वहीं कन्या राशि में केतु उपस्थित है। राहु और केतु डेढ़ साल तक एक राशि में रहते हैं। इसके बाद राशि परिवर्तन करते हैं। वहीं राहु और केतु राशि परिवर्तन करने वाले हैं। राहु-केतु के राशि परिवर्तन से जातकों को अगले साल सावधान रहने की जरूरत है। लेकिन क्या आप जानते हैं कुंडली में कब और कैसे अनंत कालसर्प दोष लगता…
Read Moreरोजाना गणेश जी की आरती करने से दूर होते हैं सभी विघ्न
बुधवार का दिन भगवान गणेश को समर्पित होता है। गणेश जी को प्रथम पूज्य देवता कहा जाता है। वहीं किसी भी शुभ कार्य की शुरूआत से पहले भगवान श्रीगणेश की पूजा-अर्चना की जाती है। भगवान गणेश की पूजा करने से जातक को सभी दिक्कतों से छुटकारा मिलता है। इसीलिए उनको विघ्नहर्ता भी कहा जाता है। पूजा के साथ ही भगवान गणेश की आरती करने से जातक की सभी मनोकामनाएं पूरी होती है। ऐसे में अगर आप भी भगवान गणेश की कृपा व आशीर्वाद पाना चाहते हैं, तो रोजाना गणेश जी…
Read Moreप्रयागराज संगम में स्नान करने से पाप से मिलती है मुक्ति
प्रयागराज में महाकुंभ 2025 का 13 जनवरी से आयोजन शुरू हुआ था। इसका समापन 26 फरवरी को होगा। ऐसे में लाखों-करोड़ों की संख्या में श्रद्धालु त्रिवेणी संगम में स्नान के लिए पहुंच रहे हैं। त्रिवेणी संगम वह स्थान है, जहां पर गंगा-यमुना और पौराणिक सरस्वती नदी का संगम होता है। धार्मिक मान्यता है कि इस पावन संगम में डुबकी लगाने से जातक पाप मुक्त हो जाता है और मन को शांति मिलती है। त्रिवेणी संगम में गंगा और यमुना का मिलन तो साफ तौर पर दिखता है, लेकिन सरस्वती नदी…
Read Moreहिंदू धर्म में सबसे पवित्र पेड़ है अक्षयवट, जानिए इसके धार्मिक महत्व और पौराणिक कथा
इस धरती पर वैसे तो करोड़ों पेड़ हैं, लेकिन कुछ ऐसे पेड़ भी हैं जो हजारों सालों से जीवित हैं। इन पेड़ों के बारे में अद्भुत कहानियां प्रचलित हैं। हिंदू धर्म में पांच वटवृक्षों को विशेष महत्व दिया जाता है। इनमें पंचवट, अक्षयवट, वंशीवट, गयावट और सिद्धवट हैं। हालांकि इनकी उम्र के बारे में कोई ठोस जानकारी नहीं है। लेकिन माना जाता है कि यह बहुत प्राचीन हैं। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में अक्षयवट संगम के तट पर स्थित है। हिंदू धर्म में यह सबसे पवित्र पेड़ों में से एक…
Read Moreइस मूलांक की चमकने वाली है किस्मत, इन जरुरी बातों का रखें ध्यान
व्यक्ति के जन्म तारीख से मूलांक का पता चल जाता है। अंक ज्योतिष में मूलांक 1 से 9 मूलांक के बारे में बताया गया है। मूलांक नबंर के आधार पर व्यक्ति के जीवन और व्यक्तित्व के बारे में पता चलता है। आज 03 फरवरी का दिन मूलांक 03 के जातकों के लिए बेहद खास रहने वाला है। अब आपको बता दें कि जया एकादशी से पहले 3 मूलांक वालों की बल्ले-बल्ले होने वाली है। जिन लोगों का जन्म 3, 12, 21 या 30 तारीख को होता है। इनका मूलांक 03…
Read Moreजया एकादशी पर भगवान विष्णु के इस स्त्रोत पाठ करने से मोक्ष प्राप्ति का वरदान मिलता है
हर साल में कुल 24 एकादशी तिथियां पड़ती है और महीने में दो एकादशी तिथि आती है। सनातन धर्म में एकादशी का सबसे अधिक महत्व है। हिंदू पंचांग के अनुसार माघ माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को जया एकादशी का व्रत रखा जाता है। इस दिन भगवान विष्णु की विधिवत रुप से पूजा की जाती है। अगर आप जया एकादशी के दिन व्रत रखते हैं, तो इस दिन भगवान विष्णु के स्तोत्र का पाठ जरुर करें। जया एकादशी के दिन करें नारायण स्तोत्र का पाठ नारायण नारायण जय…
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