होली का पर्व आने वाला है। त्योहार को आने में अब ज्यादा दिन नहीं बचें। हिंदू धर्म में होलाष्टक की अवधि काफी महत्वपूर्ण मानी जाती है। इस दौरान शुभ कार्यों को करने के लिए अशुभ माना जाती है। ज्योतिष के अनुसार, होलाष्टक की शुरुआत हर साल फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि से होती है और इसका समापन पूर्णिमा तिथि को होता है। पंचांग के अनुसार, होलाष्टक 07 मार्च 2025 से शुरु हो रहे हैं। इस दौरान इसके अशुभ प्रभाव से बचना चाहते हैं, तो इन नियमों का…
Read MoreCategory: ख़बरें अजब-गजब
भगवान शिव के आंसुओं से हुई थी रुद्राक्ष की उत्पत्ति
सनातन धर्म में रुद्राक्ष को बहुत पवित्र माना जाता है। रुद्राक्ष का संबंध भगवान शिव से माना जाता है। बताया जाता है कि भगवान शिव के आंसुओं से रुद्राक्ष की उत्पत्ति हुई है। धार्मिक मान्यता है कि रुद्राक्ष को धारण करने से व्यक्ति को अपने जीवन में अनगिनत लाभ देखने को मिलते हैं। लेकिन सभी लोगों को रुद्राक्ष धारण करने से बचना चाहिए। ऐसे में आज हम आपको इस आर्टिकल के जरिए बताने जा रहे हैं कि किन लोगों को रुद्राक्ष नहीं धारण करना चाहिए। वरना इसको पहनने से व्यक्ति…
Read Moreहोली के त्योहार पर भूलकर भी न करें इन चीजों का दान, होगा नुकसान
होली का त्योहार पूरे भारत में मनाया जाता है,जो खुशियों और रंगों का उत्सव है। होली पूरे देश में बड़े उल्लास और हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। होली का त्योहार फाल्गुन महीने के पूर्णिमा को मनाया जाता है, जिसे ‘रंगों का त्योहार’ के रूप में भी जाना जाता है। वहीं होली के दिन रंग और गुलाल खेलने के साथ-साथ दान-पुण्य करना भी काफी अहम माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि होली में कुछ ज्योतिष उपाय करने से जीवन में समृद्धि आती है। वहीं कुछ चीजों का दान…
Read Moreईशान कोण दिशा में होता है देवताओं का वास, जानिए इस दिशा से जुड़ी कुछ अहम बातें
पुराने समय से ही दिशाओं को ग्रहों के प्रभाव और ऊर्जा के प्रभाव से जोड़ा जाता रहा है। हर दिशा का अपना प्रभाव होता है। जो हमारे जीवन पर निगेटिव या पॉजिटव असर डालता है। वास्तु शास्त्र में भी दिशाओं का बहुत महत्व माना जाता है। बता दें कि वास्तु में उत्तर-पूर्व के बीच की दिशा को ईशान कोण दिशा कहा जाता है। इस दिशा को घर में सबसे पवित्र स्थान माना जाता है। ईशान कोण दिशा में ईश्वर का वास माना जाता है। इसलिए हमेशा इस दिशा को साफ-सुथरा…
Read Moreमछुआरे नहीं बल्कि राजा की पुत्री थीं भीष्म पितामह की सौतेली मां सत्यवती
महाभारत की कई कथाओं के बारे में तो हम सभी ने सुना है। लेकिन कई कथाएं ऐसी भी हैं, जो व्यक्ति को चकित कर सकती हैं। महाभारत काल में महाराज शांतनु की दूसरी पत्नी का नाम सत्यवती थी। ऐसे में आज हम आपको सत्यवती के जन्म की कथा के बारे में बताने जा रहे हैं। यह कथा बहुत रोचक है। क्योंकि अधिकतर लोग सत्यवती को मछुआरे के मुखिया दासा की पुत्री के रूप में जानते हैं। लेकिन असल में रानी सत्यवती मछुआरे की नहीं बल्कि एक राजा की पुत्री थीं।…
Read Moreइस दिशा में मुख करके करना चाहिए गायत्री मंत्र का जाप
हिंदू धर्म में गायत्री मंत्र को बहुत विशेष माना गया है। वहीं कलियुग में मन को शांत करने के लिए गायत्री मंत्र के जाप को बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। इस मंत्र को काफी शक्तिशाली और पवित्र माना जाता है। धार्मिक मान्यता है कि गायत्री मंत्र का जाप करने से न सिर्फ मन को शांति मिलती है बल्कि इससे आत्मा को भी शुद्धि मिलती है। इस मंत्र का जाप करने से व्यक्ति के दिल और दिमाग दोनों को आध्यात्मिक ऊर्जा से जोड़े रखता है। वहीं गायत्री मंत्र का जाप करने…
Read Moreकब है आमलकी एकादशी? इस दिन करें यह खास स्तोत्र का जाप, सभी समस्याओं से मिलेगी मुक्ति
फाल्गुन माह को भगवान श्रीकृष्ण का प्रिय महीना माना जाता है। फाल्गुन माह में कई पर्व आते है जो जीवन में उत्साह लेकर आते है। वैसे तो साल में कुल 24 एकादशी तिथियां पड़ती है। इन्हीं में से एक फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की आमलकी एकादशी जिसे रंगभरी एकादशी के नाम से जाता है। इस दिन भगवान विष्णु के साथ-साथ भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा का भी विधान है। आइए आपको बताते हैं फाल्गुन माह में कब मनाई जाएगी आमलकी एकादशी। इस दिन अगर आप भगवान विष्णु…
Read Moreबहुत भाग्यशाली लोगों की हथेली में बनता है ये शुभ शंख योग
हस्तरेखा विज्ञान में व्यक्ति की हथेली की रेखाओं, उंगलियों, नाखूनों और हथेली के आकार से उसके स्वास्थ्य, व्यक्तित्व, भविष्य और भाग्य यहां तक की करियर के बारे में भी जाना जा सकता है। हस्तरेखा शास्त्र ज्योतिष की एक प्राचीन शाखा है। हथेली की प्रमुख रेखाएं जीवन के महत्वपूर्ण पहलुओं जैसे करियर, विवाह और स्वास्थ्य के बारे में जानकारी देता है। हथेली की रेखाओं के अलावा चिन्ह भी भविष्य के बारे में जानकारी देते हैं। पर्वत का मतलब हथेली के अलग-अलग उभरे हुए हिस्सों से हैं।हथेलियों पर बने पर्वतों को सूर्य,…
Read Moreधार्मिक, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण शहर है अमृतसर
अमृतसर, पंजाब राज्य का एक प्रमुख शहर, धार्मिक, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है। यह शहर न केवल भारतीय संस्कृति का प्रतीक है, बल्कि दुनिया भर के पर्यटकों के लिए भी एक प्रमुख पर्यटन स्थल बन चुका है। यहाँ की शांतिपूर्ण वातावरण और समृद्ध इतिहास, पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं। आइए जानते हैं अमृतसर पर्यटन के कुछ प्रमुख आकर्षणों के बारे में। 1. स्वर्ण मंदिर (Golden Temple) अमृतसर का सबसे प्रमुख और प्रसिद्ध स्थल है स्वर्ण मंदिर, जिसे हरमंदिर साहिब भी कहा जाता है। यह सिख…
Read Moreरमजान का पवित्र महीना कब से शुरू होगा? जानिए इसका इतिहास और रीति-रिवाज
रमजान इस्लाम धर्म का एक महत्वपूर्ण और पवित्र महीना है। यह इस्लामिक कैलेंडर के नौवें महीने में आता है। इस साल रमजान का महीना एक मार्च से शुरू हो रहा है। रमजान के दौरान मुसलमान उपवास रखते हैं, चिंतन करते हैं और अल्लाह से प्रार्थना करते हैं। रमजान का महीना इस्लाम के लिए बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि इसी दौरान इस्लाम की पवित्र पुस्तक कुरान पैगंबर मोहम्मद पर प्रकट हुई थी। आइए रमजान के इतिहास, महत्व और अन्य बातों के बारे में जानते हैं। इस्लाम की शुरुआत कब हुई? इस्लाम की…
Read More