मंगलवार का व्रत बल, साहस, सम्मान और पुरुषार्थ को बढ़ाने वाला माना जाता है। मंगलवार का व्रत करने से हनुमान जी प्रसन्न होते हैं और हमारे जीवन के सभी संकट दूर करते हैं। साथ ही यह भी माना जाता है कि इस व्रत को करने से सभी प्रकार की बुरी शक्तियां और नकारात्मक ऊर्जा दूर रहती है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि मंगलवार को ही हनुमान जी का व्रत क्यों किया जाता है। ऐसे में आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको मंगलवार व्रत विधि के बारे में…
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सूर्यदेव की आरती करने से पद-प्रतिष्ठा में होगी वृद्धि, हर क्षेत्र में मिलेगी सफलता
हिंदू धर्म में रविवार का दिन सूर्य देव को समर्पित होता है। सूर्यदेव एक मात्र ऐसे देवता हैं, जिनका प्रतिदिन साक्षात दर्शन होता है। हर दिन सूर्यदेव को जल अर्पित करना शुभ माना जाता है। लेकिन रविवार को सूर्य देव की पूजा करना विशेष रूप से लाभकारी होता है। धार्मिक मान्यता है कि रविवार को सूर्यदेव की आरती पढ़ने या सुनने से सुख-समृद्धि प्राप्त होती है।ऐसे में सूर्यदेव की पूजा के बाद आरती जरूर करनी चाहिए। सूर्यदेव की आरती करने से व्यक्ति के जीवन में सौभाग्य का संचार होता है…
Read Moreभूलकर भी माघ पूर्णिमा के दिन न करें ये 4 काम, बनी रहेगी माता लक्ष्मी की कृपा
माघ पूर्णिमा का हिंदू धर्म में विशेष महत्व होता है। इस साल माघ मास की पूर्णिमा 12 फरवरी बुधवार को है। माघ पूर्णिमा के दिन स्नान, दान, जप और तर्पण का विशेष महत्व है। इस दिन पवित्र नदियों में सूर्योदय से पहले स्नान करने से पापों से मुक्ति होती है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, माघ पूर्णिमा के दिन कुछ कामों करना अशुभ बताया है। इस दिन आप चाहे व्रत रखें हो या ना हो माता लक्ष्मी की कृपा बनाए रखने के लिए इन कामों को भूलकर भी नहीं करना चाहिए।…
Read Moreबेहद भाग्यशाली होते हैं दांतों के बीच गैप वाले लोग
ज्योतिष शास्त्र का एक भाग समुद्र भाग भी है। वर्तमान समय में समुदशास्त्र का उपयोग भविष्य को जानने के लिए किया जाता है। समुद्र शास्त्र में बताया गया है कि किसी व्यक्ति के भविष्य को जानने के लिए उसके दांतों को भी देखा जाता है। समुद्र शास्त्र में इस बात का वर्णन मिलता है कि शरीर की अंगों की बनावट के माध्यम से उस व्यक्ति के स्वभाव से लेकर उसके भविष्य तक के बारे में बहुत कुछ जाना जा सकता है। ऐसे में आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको…
Read Moreसंतोष की देवी हैं मां संतोषी, शुक्रवार की पूजा में गाएंगे ये आरती तो पाएंगे धन समृद्धि
मां संतोषी की पूजा-अर्चना के लिए शुक्रवार का सबसे उत्तम माना जाता है। शुक्रवार का दिन मां लक्ष्मी के साथ-साथ मां संतोषी को भी समर्पित होता है। धार्मिक मान्यता है कि मां संतोषी की पूजा करने से जातक को धन संबंधी समस्या से छुटकारा मिलता है।बहुत से लोग संतोषी मां को प्रसन्न करने और आशीर्वाद पाने के लिए शुक्रवार को व्रत भी रखते हैं। व्रत के कई नियम होते हैं, जिनका पालन करना आवश्यक होता हैं। मां संतोषी को संतोष की देवी कहा जाता है। ऐसे में अगर आप भी…
Read Moreशनिवार को शनि चालीसा का पाठ करने से जीवन में होंगे चमत्कारिक बदलाव, दूर होंगे कष्ट
शनिवार का दिन भगवान शनिदेव को समर्पित होता है। शनिदेव को कर्मफल दाता और न्याय के देवता भी कहा जाता है। शनिवार के दिन शनिदेव की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है। वहीं जातक विशेष कार्य में सिद्धि पाने के लिए शनिवार को व्रत भी करते हैं। धार्मिक शास्त्रों में निहित है कि अच्छे कर्म करने वाले जातक को शनि देव शुभ फल देते हैं और बुरे कर्म करने वाले को दंडित करते हैं। शनिदेव की महिमा निराली है। इसलिए जातक शनिवार के दिन श्रद्धाभाव से शनिदेव की पूजा करते हैं…
Read Moreराहु-केतु की इस स्थिति से कुंडली में लगता है कुलिक कालसर्प दोष
ज्योतिष में दो ग्रहों राहु और केतु को मायावी ग्रह का दर्जा दिया गया है। यह दोनों ग्रह किसी एक राशि में डेढ़ साल तक रहते हैं। डेढ़ साल बाद फिर राशि परिवर्तन करते हैं। वर्तमान समय में राहु मीन राशि में है और यह 18 मई को राशि परिवर्तन कर कुंभ राशि में गोचर करेंगे। तो वहीं केतु कन्या राशि से निकलकर सिंह राशि में गोचर करेंगे। राहु-केतु के राशि परिवर्तन से मीन और सिंह राशि के जातकों को मायावी ग्रह से मुक्ति मिलेगी। लेकिन क्या आप जानते हैं…
Read Moreकुंडली में अनंत कालसर्प योग होने पर बदतर हो जाता है जीवन
ज्योतिष शास्त्र में राहु और केतु को मायावी ग्रह माना जाता है। यह दोनों ही ग्रह वक्री चाल चलते हैं। वर्तमान समय में राहु मीन राशि में विराजमान है। वहीं कन्या राशि में केतु उपस्थित है। राहु और केतु डेढ़ साल तक एक राशि में रहते हैं। इसके बाद राशि परिवर्तन करते हैं। वहीं राहु और केतु राशि परिवर्तन करने वाले हैं। राहु-केतु के राशि परिवर्तन से जातकों को अगले साल सावधान रहने की जरूरत है। लेकिन क्या आप जानते हैं कुंडली में कब और कैसे अनंत कालसर्प दोष लगता…
Read Moreरोजाना गणेश जी की आरती करने से दूर होते हैं सभी विघ्न
बुधवार का दिन भगवान गणेश को समर्पित होता है। गणेश जी को प्रथम पूज्य देवता कहा जाता है। वहीं किसी भी शुभ कार्य की शुरूआत से पहले भगवान श्रीगणेश की पूजा-अर्चना की जाती है। भगवान गणेश की पूजा करने से जातक को सभी दिक्कतों से छुटकारा मिलता है। इसीलिए उनको विघ्नहर्ता भी कहा जाता है। पूजा के साथ ही भगवान गणेश की आरती करने से जातक की सभी मनोकामनाएं पूरी होती है। ऐसे में अगर आप भी भगवान गणेश की कृपा व आशीर्वाद पाना चाहते हैं, तो रोजाना गणेश जी…
Read Moreप्रयागराज संगम में स्नान करने से पाप से मिलती है मुक्ति
प्रयागराज में महाकुंभ 2025 का 13 जनवरी से आयोजन शुरू हुआ था। इसका समापन 26 फरवरी को होगा। ऐसे में लाखों-करोड़ों की संख्या में श्रद्धालु त्रिवेणी संगम में स्नान के लिए पहुंच रहे हैं। त्रिवेणी संगम वह स्थान है, जहां पर गंगा-यमुना और पौराणिक सरस्वती नदी का संगम होता है। धार्मिक मान्यता है कि इस पावन संगम में डुबकी लगाने से जातक पाप मुक्त हो जाता है और मन को शांति मिलती है। त्रिवेणी संगम में गंगा और यमुना का मिलन तो साफ तौर पर दिखता है, लेकिन सरस्वती नदी…
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