महाभारत के सबसे प्रमुख पात्रों में से एक भीष्म पितामह थे। वह महाराज शांतनु और देवी गंगा के पुत्र थे। भीष्म पितामह को अपने पिता शांतनु से इच्छा मृत्यु का वरदान प्राप्त हुआ था। जन्म के बाद उनका नाम देवव्रत रखा गया था। लेकिन जीवन भर विवाह न करने की प्रतिज्ञा की वजह से उनका नाम भीष्म पड़ गया। वह एक श्राप के कारण वह लंबे समय तक पृथ्वी पर रहे और अंत समय में उनको असहनीय कष्ट का सामना करना पड़ा था। शांतनु ने तोड़ा था वचन गंगा ने…
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सांप के अलावा सपनों में दिखाई देती हैं ये चीजें, तो हो सकता है कालसर्प दोष
आमतौर पर व्यक्ति को भ्रम होता है कि उसके पैर के नीचे सांप है। लेकिन यह परेशानी तब शुरु होती है जब किसी को हमेशा सांप के आसपास होने का वहम होता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, सपनों में बार-बार सांप का आना या सांप का काटने की बेवजह डर सताता है, तो यह कालसर्प दोष का संकेत हो सकता है। हालांकि, जरुरी नहीं है कि यही लक्षण हो। इसके दोष के और भी कई लक्षण देखने को मिल सकते हैँ। चलिए आपको बताते हैं कुंडली में कालसर्प दोष होने…
Read Moreब्रह्म योग में 10 जनवरी को किया जायेगा पुत्रदा एकादशी व्रत
पुत्रदा एकादशी साल में दो बार आती है। एक पौष माह की शुक्ल पक्ष में और दूसरी सावन माह के शुक्ल पक्ष में। इस साल पौष माह की पुत्रदा एकादशी का व्रत 10 जनवरी को रखा जाएगा। इस व्रत में जगत के पालनहार श्रीहरि विष्णु की पूजा आराधना की जाती है। मान्यता है कि पौष पुत्रदा एकादशी व्रत करने से वाजपेय यज्ञ के बराबर पुण्यफल की प्राप्ति होती है। श्री लक्ष्मीनारायण एस्ट्रो सॉल्यूशन अजमेर की निदेशिका ज्योतिषाचार्या एवं टैरो कार्ड रीडर नीतिका शर्मा ने बताया कि 10 जनवरी को पुत्रदा…
Read Moreपौष दुर्गाष्टमी व्रत से होती है मनोवांछित फलों की प्राप्ति
आज पौष दुर्गाष्टमी है, यह व्रत हर माह शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को रखा जाता है। इस दिन मां भगवती की विधि-विधान से पूजा की जाती है तो आइए हम आपको पौष दुर्गाष्टमी व्रत का महत्व एवं पूजा विधि के बारे में बताते हैं। जानें पौष दुर्गाष्टमी के बारे में हिंदू धर्म में पौष दुर्गाष्टमी को बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। हर महीने इस तिथि को मां दुर्गा की पूजा करने के विधान है। माता रानी के भक्त इस दिन पूजा करने के साथ व्रत का पालन भी करते…
Read Moreफरवरी में देवगुरु बृहस्पति होने जा रहे मार्गी, इन 4 राशियों की होंगी बल्ले-बल्ले
ज्योतिष शास्त्र में देवगुरु बृहस्पति को सुख-संपदा, ज्ञान, भाग्य व वैभव आदि का कारक माना गया है। वहीं, गुरु 119 दिन बाद यानी के 4 फरवरी को वक्री से मार्गी होने जा रहे हैं। गुरु की वक्री चाल मतलब उलटी और मार्गी का मतलब सीधा चाल होता है। द्रिक पंचांग के अनुसार, गुरु 09 अक्टूबर 2024, बुधवार को वक्री हुए थे और 4 फरवरी 2025, मंगलवार को मार्गी होने जा रहे हैं। गुरु की मार्गी होने से सभी राशियों पर प्रभाव पड़ेगा। आइए आपको बताते हैं कौन है ये लकी…
Read Moreमकर संक्रांति के दिन करें ये उपाय, धन की होगी वर्षा
इस साल मकर संक्रांति का त्योहार 14 जनवरी 2025, मंगलवार को पड़ रहा है। मकर संक्रांति का त्योहार पूरे देश में मनाया जाता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, मकर संक्रांति के दिन सूर्य देव धनु राशि से मकर राशि में प्रवेश करते हैं। सूर्य का मकर राशि में प्रवेश करने से खरमास समाप्त हो जाता है। इसके साथ ही मांगलिक कार्य शुरु हो जाते हैं। ऐसे में जो व्यक्ति इस दिन कुछ उपाय करता है, तो उसके घर में साल भर धन-धान्य का भंडार भरे रहेंगे। आइए आपको बताते हैं…
Read Moreबुधादित्य राजयोग! कर्क राशि वाले 4 राशियों को मिलेगा सुख
साप्ताहिक प्रेम राशिफल 6 से 12 जनवरी 2025: नए साल के दूसरे सप्ताह में बुधादित्य राजयोग बन रहा है। इससे रिश्ते में खुशियां बढ़ेंगी। आपको कोई शुभ समाचार मिलेगा। मन प्रसन्न रहेगा। आपकी कई योजनाएं सफल होंगी। यह सप्ताह रोमांस और खुशियों से भरा रहेगा। बातचीत से सवाल सुलझाएं. प्रेम-प्रसंग के मामले में बड़े फैसले न लें। रिश्ते पर ध्यान देने के लिए समय निकालें। आपको समझदारी से काम लेना होगा। आइए जानते हैं जनवरी के इस सप्ताह का साप्ताहिक प्रेम भविष्यफल। मेष साप्ताहिक प्रेम राशिफल प्यार के मामले में मेष…
Read More2025 में देवगुरु बृहस्पति 2 बार करेंगे राशि परिवर्तन, इन राशियों को होगा लाभ
ज्योतिष के अनुसार, ग्रहों के राशि परिवर्तन से सभी 12 राशियों पर प्रभाव देखने को मिलता है। इस साल देवगुरु 2 बार राशि परिवर्तन करेंगे। बृहस्पति देव को ज्ञान, शिक्षक, संतान, बड़े भाई, शिक्षा, धार्मिक कार्य, पवित्र स्थल, धन, दान, पुण्य और वृद्धि आदि कारक ग्रह कहा जाता है। बृहस्पति ग्रह 27 नक्षत्रों में पुनर्वसु, विशाखा और पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र के स्वामी होते हैं। 14 मई 2025 को गुरु वृषभ राशि से मिथुन राशि में प्रवेश करेंगे। इसके बाद 18 अक्टूबर को कर्क राशि में प्रवेश करेंगे। ऐसे में गुरु के…
Read Moreपौष विनायक चतुर्थी व्रत से होते हैं सभी संकट दूर
पंडितों के अनुसार इस दिन अन्न-वस्त्र, कम्बल का दान करें। परमपिता भगवान शिव परम ब्रम्ह हैं। विष्णु पालनकर्ता व कल्याणकारी हैं। विष्णु जी के नाम का मानसिक जप करें। आज गंगा स्नान करें। पौष माह में शंकर जी की उपासना भी बहुत ही पुण्यदायी है। इस दिन शिव पुराण के पाठ से धन आगमन व शुभता का आगमन होता है, पुण्य की प्राप्ति होती है। पौष माह में कम्बल व ऊनी वस्त्रों के दान करने से मनोवांछित फल मिलते हैं। गंगा स्नान व दान पुण्य करने से सभी पाप नष्ट…
Read MoreMahakumbh 2025: महाकुंभ का शाही स्नान कब है? जानें शुभ मुहूर्त और अमृत स्नान के नियम
संगमनगरी यानी के उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में जल्द ही महाकुंभ लगने वाला है। महाकुंभ की तैयारियां प्रयागराज में जोरों पर हैं। महाकुंभ 144 वर्ष बाद आता है। इस मेले की शुरुआत के लिए साधु-संत और श्रद्धालु बेसब्री से करते हैं। महाकुंभ का अमृत स्नान सबसे पहले साधु-संत करते हैं, इसके बाद श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगाचे हैं। धार्मिक मान्यता है कि महाकुंभ में स्नान करने सभी पापो से छुटकारा मिल जाता है और सभी दुख और दर्द से छुटकारा मिल जाता है। अगर आप भी प्रयागराज महाकुंभ में स्नान…
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