संशोधित नागरिकता कानून के मुद्दे पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को कहा कि इस मुद्दे को भारत को देखना है और वह किसी विवाद में पड़ कर अपनी दो दिवसीय शानदार भारत यात्रा को खराब नहीं करना चाहते। साथ ही उन्होंने जोर दिया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी लोगों की धार्मिक स्वतंत्रता के पैरोकार हैं और चाहते हैं कि लोगों को धार्मिक स्वतंत्रता हो। ट्रंप ने अपनी यात्रा के दूसरे एवं अंतिम दिन मोदी के साथ समग्र वार्ता की और कहा कि यह दो दिन बहुत बढ़िया और बहुत शानदार रहे।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने मंगलवार को एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए एक सवाल के जवाब में कहा, ‘‘मैं कतई किसी विवाद में नहीं पड़ने वाला हूं… एक जवाब पर… एक छोटा सा जवाब देकर मैं अपने दो दिनों के दौरे और दो दिनों की यात्रा पर एक जवाब से पानी नहीं फेरूंगा… जैसे कि जॉन (पत्रकार) मुझसे एक सामान्य सा सवाल करेंगे और आप उसे बढ़ा चढ़ा कर पेश करेंगे और यात्रा यहीं खत्म हो जाएगी…. आप इस यात्रा के बारे में बात तक नहीं करेंगे। तो आप बुरा ना मानें, इसी वजह से मैं जवाब देने में थोड़ा कंजूसी बरतूंगा।’’
कश्मीर को भारत और पाकिस्तान के बीच ‘बड़ी समस्या’ बताते हुए ट्रंप ने कहा कि कश्मीर लंबे समय से बहुत से लोगों के लिए समस्या रहा है और हर कहानी के दो पहलू होते है। उन्होंने तनाव कम करन के लिये दोनों देशों के बीच फिर से मध्यस्थता की पेशकश की। ट्रंप ने वार्ता के दौरान पाकिस्तान का मुद्दा सामने आने का जिक्र किया और कहा, ‘‘ अगर मैं मध्यस्थता करने के लिए कुछ भी कर सकता हूं, तो मैं करूंगा।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ मेरे पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान के साथ भी अच्छे समीकरण हैं, वे सीमा पार आतंकवाद को काबू करने के लिए काम कर रहे हैं।’’