भारतीय रेलव पारंपरिक वस्तुओं के परिवहन में हिस्सेदारी बढ़ाने और 2024 तक माल परिवहन की मात्रा को दोगुना करने के लिए गैर-थोक वस्तुओं के परिवहन के संबंध में प्रयासरत है। इस उद्देश्य से उत्तर मध्य रेलवे मुख्यालय, प्रयागराज, झांसी और आगरा तीनों मंडलों के संबंधित विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों की मल्टीडिस्प्लेनरी बिजनेस डेवलेप यूनिट का पूर्व में ही गठन किया गया है :
उत्तर मध्य रेलवे में गठित बीडीयू फ्रेट की लोडिंग बढ़ाने के लिए, सभी गुड्स शेड/साइडिंग और माल लदान संबंधी बुनियादी ढाँचे, वैगन, रोलिंग स्टॉक आदि से संबंधित माल लदान के मामले, मौजूदा और संभावित ग्राहकों के साथ बातचीत कर उनके प्रस्तावों की जांच और प्रक्रिया अनुमोदन करने का कार्य कर रहे हैं। इसके अतिरिक्त भावी ग्राहकों के प्रस्तावों, रेलवे की उपलब्ध माल प्रोत्साहन योजनाओं और विभिन्न परिवहन योजनाओं को व्यापक रूप से प्रचारित करना और माल लदान से संबंधित कोई अन्य मामले के संबंध में भी कार्य कर रहे हैं।
माल लदान से संबंधित मामलों में रिस्पॉंस और संवाद में और आसानी के लिए एवं सुविधा के लिए उत्तर मध्य रेलवे मुख्यालय के यातायात और वाणिज्यिक शाखा से पर्यवेक्षकों को नामित किया गया है। इनसे बीडीयू से संबंधित सभी विषयों पर संपर्क किया जा सकता है: