प्रयागराज।शंकरगढ़ विकासखंड के ग्राम सभा सुरबल साहनी में बना अमृत सरोवर आजकल चर्चा का विषय बना हुआ है, लेकिन वजह उसकी सुंदरता नहीं, बल्कि उसका सूखा होना है। अनुमानित लागत लगभग 33 लाख रुपये से बने इस सरोवर में पानी नहीं है, जिससे ग्रामीणों में भारी आक्रोश है। ग्रामीणों ने ग्राम प्रधान को सबसे बड़ा दोषी ठहराते हुए कहा है कि उनकी लापरवाही के कारण नहर से अमृत सरोवर तक नाली नहीं बनवाई गई है,जिससे पानी नहीं पहुंच पा रहा है और सरोवर का उद्देश्य ही विफल हो गया है। ग्रामीणों ने मांग की है कि जल्द से जल्द नहर से अमृत सरोवर तक नाली बनवाई जाए और ग्राम प्रधान के खिलाफ कार्रवाई की जाए। ग्रामीणों का कहना है कि अगर जल्द ही इस समस्या का समाधान नहीं किया गया, तो वे आंदोलन करने को मजबूर होंगे। ग्राम प्रधान की लापरवाही के कारण ग्राम पंचायत सूरवाल साहनी में विकास पर सवाल खड़े हो रहे हैं। अब देखना होगा कि ब्लॉक और जिले में बैठे अधिकारी ग्रामीणों की मांग पर कितनी जल्दी कार्रवाई करता है और अमृत सरोवर को उसकी खोई हुई शान वापस दिला पाता है या नहीं। फिलहाल, ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है और वे जल्द समाधान की मांग कर रहे हैं।
सुरबल साहनी का सूखा अमृत सरोवर: ग्राम प्रधान की लापरवाही का प्रतीक
