अरैल त्रिवेणी पुष्प स्थित परमार्थ निकेतन आश्रम में शनिवार को आयोजित तीन दिवसीय महिला शक्ति शिखर सम्मेलन में महिलाओं को अपनी शक्ति को पहचानने पर जोर दिया गया। इस रिट्रीट का उद्देश्य महिला सशक्तिकरण, समानता और समृद्धि पर चर्चा करना है। नारी शक्ति, समानता और समृद्धि के सिद्धांतों के अंतर्गत नारियों के लिए शक्ति, समानता और समृद्धि के पहलुओं को उजागर करना है। देश-विदेश की तमाम हस्तियों ने सम्मेलन में शिरकत किया।शिखर सम्मेलन का उद्घाटन नारी शक्ति’ विश्वास, संगम और सह-निर्माण के साथ जीवन और समाज को बदलना’ विषय के साथ हुआ। शिखर सम्मेलन में हीलिंग सर्कल मेडिटेशन, शांति और एकता पर संवाद तथा नारियों की दिव्य शक्ति जैसे विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए। इसमें योग, ध्यान, कीर्तन, सत्संग और आरती जैसे धार्मिक अनुष्ठान भी किए जा रहे हैं, जिसके माध्यम से भागीदारों को आंतरिक शांति और साधना का दिव्य अनुभव हो रहा है।
नारी शक्ति को सशक्त करने की नहीं बल्कि महिलाओं को अपनी शक्ति को पहचानने की जरूरत है
