27 जनवरी का दिन सभी सनातनियों के लिए ऐतिहासिक होने जा रहा है – देवकीनंदन ठाकुर जी महाराज

महाकुंभ नगर ।
पूज्य श्री देवकीनंदन ठाकुर जी महाराज ने बताया कि महाकुंभ में किया गया एक सत्कर्म, कलयुग के अनेक वर्षों तक किए गए सत्कर्म के बराबर फल प्रदान करता है।
 रामचरितमानस हमें जीवन के सही मार्ग पर चलने की प्रेरणा देती है, और श्रीमद्भागवत कथा हमें मृत्यु के प्रति आत्मसात संतोष और निर्विकारता सिखाती है।
सभी सनातनियों के लिए 27 जनवरी का दिन ऐतिहासिक और महत्वपूर्ण होने जा रहा है। 27 जनवरी को आयोजित होने वाली सनातन धर्म संसद में पूरे सनातनी समाज का एकत्र होना अत्यंत आवश्यक है।
जीवन में जब भी कोई संत मिलें, तो इसे ठाकुर जी की अनंत कृपा समझो, जो तुम्हारे मार्गदर्शन के लिए भेजे गए हैं। और जब सत्संग का सुअवसर प्राप्त हो, तो इसे समझो कि ठाकुर जी ने अपनी दिव्य उंगली पकड़ कर तुम्हें अपनी राह पर चलने का आशीर्वाद दिया है।
इस महाकुंभ में हमें एक अत्यंत विशेष अवसर भी मिलेगा, जब पूज्य महाराज श्री निरंतर तीन दिव्य कथाओं के माध्यम से हमें धर्म, संस्कृति और आध्यात्मिकता का गहरा बोध कराएंगे।
कथाएं इस प्रकार हैं:
• श्रीमद्भागवत कथा – 20 जनवरी से 26 जनवरी 2025 तक
• श्री राम कथा – 28 जनवरी से 5 फरवरी 2025 तक
• 11 लाख पार्थिव शिवलिंग निर्माण एवं श्री शिवमहापुराण कथा – 6 फरवरी से 12 फरवरी 2025 तक
स्थान: शान्ति सेवा शिविर, सेक्टर 17, संगम लोअर मार्ग, नागवासुकी चौराहा (पश्चिमी पटरी), महाकुंभ मेला, प्रयागराज।

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