प्रयागराज। महाकुम्भ -2025 के दौरान यात्रियों को सेवा प्रदान करने वाले प्रयागराज मण्डल के प्रमुख स्टेशन प्रयागराज जंक्शन, नैनी, प्रयागराज छिवकी, सूबेदारगंज पर सुरक्षा के लिए पुख्ता इंतजाम किए गए हैं । महाकुंभ -2025 में श्रद्धालुओं की यात्रा को सुखद और सुरक्षित बनाने के लिए रेलवे सुरक्षा बल के 25 अधिकारियों के साथ 5500 अतिरिक्त सुरक्षा कर्मियों तैनाती रहेगी । महाकुंभ मेला में मुख्य स्नान पर्व – पौष पूर्णिमा (13.01.2025), मकर संक्रांति (14.01.2025), मौनी अमावस्या (29.01.2025), बसंत पंचमी (03.02.2025), माघी पूर्णिमा (12.02.2025) एवं महाशिवरात्रि (26.02.2025) प्रयागराज मण्डल द्वारा विशेष योजना तैयार की गयी है।
इसी क्रम में आज दिनांक 27 दिसम्बर, 2024 को प्रयागराज जंक्शन स्टेशन पर नेशनल डिसास्टर मैनेजमेंट अथारिटी के नेतृत्व में मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया । इस मॉक ड्रिल में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, रेलवे सुरक्षा बल, राजकीय रेलवे पुलिस, रैपिड एक्शन टीम, क्विक रिस्पांस टीम, वाणिज्य विभाग एवं चिकित्सा टीम ने संयुक्त रूप से भाग लिया। इस मॉक ड्रिल के दौरान अपर मण्डल रेल प्रबंधक/ सामान्य, संजय सिंह; स्टेशन निदेशक, वी के द्विवेदी; उप राजकीय पुलिस अधीक्षक, अभिषेक; सहायक सुरक्षा आयुक्त/रेलवे सुरक्षा बल, संदीप कुमार उपस्थित थे । इस मॉक ड्रिल में 500 से अधिक कर्मचारियों ने भाग लिया ।
प्रयागराज जंक्शन स्टेशन पर आयोजित मॉक ड्रिल में रेलवे सुरक्षा बल एवं वाणिज्य कर्मचारियों के नेतृत्व में श्रद्धालुओं को यात्री आश्रय संख्या -4 से प्लेटफ़ॉर्म संख्या -2 पर ले जाया गया। इस दौरान प्लेटफ़ॉर्म संख्या -2 यात्रियों में भगदड़ होने का दृष्ट क्रिएट किया गाया जिसमें 10 श्रद्धालु घायल हो जाते हैं। तत्काल वाणिज्य और रेलवे सुरक्षा बल ने कंट्रोल टावर को सूचित किया। कंट्रोल टावर से सूचना मिलते ही सभी टीमें सक्रिय हो गयीं। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, रैपिड एक्शन टीम एवं क्विक रिस्पांस टीम तत्काल घटना स्थल पर पहुंची और बचाव कार्य शुरू किया। इस दौरान प्लेटफार्म पर अपस्थित यात्रियों को घटना स्थल से दूर रखने और नियंत्रित करने के लिए प्लेटफ़ॉर्म संख्या -2 पर सुरक्षा कर्मियों द्वारा जगह-जगह पर रोका गया और फुट ओवर ब्रिज संख्या -4 से प्लेटफ़ॉर्म संख्या -6 के लिए ग्रीन कॉरीडोर तैयार किया गया । तत्काल घायलों को प्राथमिक चिकित्सा देकर एम्बुलेंस से अस्पताल भेज दिया । एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, रेलवे सुरक्षा बल, राजकीय रेलवे पुलिस, रैपिड एक्शन टीम, क्विक रिस्पांस टीम, वाणिज्य विभाग एवं चिकित्सा टीम ने मिलकर कार्य किया और मॉक ड्रिल को सफलता पूर्वक अंजाम दिया ।