जिलाधिकारी ने करोना के लिए स्थापित स्वास्थ विभाग के कंट्रोल रूम का किया आकस्मिक निरीक्षण

मीरजापुर। जिलाधिकारी सुशील कुमार पटेल ने गुरुवार को दोपहर बाद मुख्य चिकित्सा अधिकारी के कैंप कार्यालय पर कोरोना जांच के लिए बनाए गए कंट्रोल रूम का आकस्मिक निरीक्षण किया। इस दौरान मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ ओपी तिवारी ने बताया कि अब तक देश के अन्य प्रांतों से आने वाले लगभग 1250 व्यक्तियों का फोन कंट्रोल रूम में आ चुका है, जिसकी जांच स्वास्थ्य विभाग की टीम के द्वारा कराई जा रही है। उन्होंने बताया कि टीम में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सकों, आशा कार्यकर्ताओं द्वारा फोन की सूचना आने पर संबंधित के घर जाकर जानकारी की जा रही हैं। जिलाधिकारी ने जांच किए गए व्यक्तियों की सूची में दो व्यक्तियों जो क्रमशः छत्तीसगढ़,  मुंबई से आए हैं उनके मोबाइल पर फोन लगाकर सत्यापन किया गया। जिनके द्वारा बताया गया कि अभी तक उनके घर कोई भी स्वास्थ्य विभाग का अधिकारी व कर्मी नहीं पहुंचा है। जिलाधिकारी द्वारा मुख्य चिकित्सा अधिकारी से भी सत्यापन करने का निर्देश देते हुए कड़ी नाराजगी व्यक्त की गई तथा कंट्रोल रूम के नोडल अधिकारी को कड़ी फटकार लगाते हुए 2 दिन के अंदर सभी का जांच करा कर सूची उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया। उन्होंने यह भी कहा कि जिस प्राथमिक स्वास्थ्य, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में से जांच करने की सूची प्राप्त हो रही है उसका सत्यापन मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा किया जाए। जिलाधिकारी ने कहा कि 2 दिन के अंदर जांच रिपोर्ट प्राप्त न होने पर नोडल अधिकारी के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि इस दौरान किसी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी से कहा कि स्वयं प्रतिदिन समीक्षा करें। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि स्वास्थ्य कर्मी द्वारा अब तक लगभग 450 लोगों की जांच की जा चुके हैं। सिर्फ लोगों के जांच के लिए स्वास्थ्य कर्मियों को लगाया गया है।

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