प्रयागराज। निदेशक जनगणना एवं नागरिकता पंजीकरण उ.प्र नरेंद्र शंकर पाण्डेय ने जनगणना के सम्बन्ध में बताया कि जनगणना का कार्य मोबाइल एप्स से सम्पन्न करने वाले प्रगणकों को प्रतिमाह 25 हजार रूपये भुगतान की व्यवस्था सुनिश्चित की गयी है। राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) में पहली बार बेघर परिवारों को शामिल किया जायेगा।
गांधी सभागार में गुरूवार को उन्होंने बताया कि जनगणना का कार्य दो चरण में सम्पन्न होगा। प्रथम चरण में मकान सूचीकरण एवं मकानों की गणना का कार्य तथा एनपीआर अद्यतन करना। द्वितीय चरण में जनसंख्या की गणना अर्थात वास्तविक जनगणना का कार्य किया जायेगा। जनगणना में लोगों से मकान, ईधन प्रकार, पेयजल एवं प्रकाश के ब्योरे की जानकारी ली जायेगी। उन्होंने कहा कि किसी भी कठिनाई या समस्या का समाधान के लिए मण्डल स्तर पर मण्डल प्रभारी, जिले स्तर पर जिले प्रभारी उपलब्ध रहेंगे। जनगणना का यह कार्य डिजीटल एवं पेपर दोनों माध्यमों से किया जायेगा। मास्टर टेªनरों को 06 दिवसीय राज्य स्तरीय प्रशिक्षण दिया जायेगा। प्रयागराज मण्डल के लिए छह मास्टर टेªनरों की व्यवस्था तथा जिले स्तर पर 440 फील्ड टेªनरों की व्यवस्था की गयी है, जिन्हें पांच दिवसीय प्रशिक्षण प्रदान किया जायेगा।
निदेशक ने कहा कि सभी वरिष्ठ अधिकारी अपने अधीनस्थों को यह बतायेंगे कि उन्हें लोगों को यह जानकारी देने की जरूरत है कि हम राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) को अपडेट कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस बार जनगणना कार्य के लिए डीआईओ एनआईसी, बीएसए, डीपीआरओ, डीएसटीओ को भी नामित किया गया है। अन्त में कहा कि कोई भी अधिकारी-कर्मचारी यदि काम से इंकार करेगा या बाधा उत्पन्न करेगा या कार्य में लापरवाही बरतेगा, तो उसके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही की जायेगी। इस दौरान अपर मण्डलायुक्त, नगर आयुक्त रवि रंजन, एडीएम फाइनेंस सहित सम्बन्धित अधिकारी मौजूद रहे।