विनेश फोगाट को मिली निराशा, ज्यूरी के 5 में से 3 मेंबर में थे, विश्व कुश्ती संघ ने फंसाया पेंच

ओलंपिक 2024 के बाद भारतीय फैंस को एक तगड़ा झटका लगा है। कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स ने स्टार रेसलर विनेश फोगाट की अपील खारिज कर दी है। इसका मतलब है कि अब विनेश को सिल्वर मेडल नहीं मिलेगा। विनेश को 100 ग्राम ज्यादा वजन के कारण गोल्ड मैच से ठीक पहले डिसक्वालिफाई कर दिया गया था।

इस पर विनेश ने CAS में अपील दायर की थी। इसकी सुनवाई पहले ही हो चुकी है, लेकिन फैसला सुनाने की तारीख लगातार टाली जा रही थी। लेकिन अब इस मामले में बुधवार को फैसला आया है। CAS ने विनेश की अपील खारिज कर दी है।

इसके साथ ही CAS ने इंटरनेशनल ओलंपिक कमेटी और वर्ल्ड रेसलिंग के नियमों और फैसलों को बरकरार रखते हुए संयुक्त रूप से सिल्वर मेडल दिए जाने की विनेश की मांग को खारिज कर दिया। CAS ने एक लाइन में अपना फैसला सुनाया और बताया कि विनेश की अपील खारिज कर दी है इसके साथ ही विनेश के रेसलिंग करियर का दुखत अंत भी हो गया।

हालांकि, उनके मेडल को लेकर फैसला करने वाली ज्यूरी के 5 में से 3 मेंबर इस बात से रजामंद थे कि विनेश को सिल्वर मेडल देना चाहिए। यहीं नहीं, इस मामले को नजीर बताते हुए वजन व्यवस्था में बड़े बदलाव को लेकर भी खेल पंचाट सिफारिशी ड्रॉफ्ट तैयार कर रहा है, जिसे विश्व कुश्ती संघ को भेजा जाएगा।

तीन सदस्यों का मानना था कि इसे तत्काल प्रभाव से लागू किया जाए। इसका मतलब विनेश को सिल्वर मेडल दिया जाए। वहीं, बाकी दो सदस्यों का मानना था कि एक खिलाड़ी के लिए व्यवस्था में बदलाव का अर्थ होगा कि अन्य खिलाड़ियों को उसके लाभ से वंचित किया गया, इसलिए अभी विनेश को विश्व कुश्ती संघ सिर्फ सांत्वना दे और बदलाव अगले सत्र से लागू किया जाए।

वहीं भारतीय ओलंपिक संघ की अध्यक्ष पीटी ऊषा CAS के एकमात्र मध्यस्थ द्वारा पहलवान विनेश फोगाट के यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग UWW और IOC के खिलाफ आवेदन को खारिज करने के फैसले पर आश्चर्य और निराशा व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि 100 ग्राम की मामूली विसंगति और परिणामी परिणामों को न केवल विनेश के करियर के संदर्भ में गहरा प्रभाव पड़ता है बल्कि अस्पष्ट नियमों और उनकी व्याख्या के बारे में भी गंभीर सवाल उठते हैं।

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