पेरिस ओलंपिक 2024 में भारतीय हॉकी टीम ने अभी तक तीन मुकाबले खेले हैं। जिसमें टीम ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए दो मुकाबलों में जीत हासिल की जबकि अर्जेंटीना के खिलाफ ड्रॉ खेला। अगर ओलंपिक इतिहास की बात करें तो भारतीय हॉकी का नाम सुनहरे अक्षरों में लिखा गया है। टीम ने कई ऐसे रिकॉर्ड बनाए हैं, जिसे तोड़ना लगभग नामुमकिन है।
ओलंपिक फाइनल में सबसे बड़ी जीत
भारतीय हॉकी टीम के नाम ओलंपिक फाइनल में सबसे बड़ी जीत का रिकॉर्ड है।
साल 1936 बर्लिन ओलंपिक फाइनल में उसने जर्मनी को 8-1 से हराया था। ध्यान चंद ने 3 गोल दागे थे। वहीं भारत के नाम एक ओलंपिक में सबसे कम गोल खाने का रिकॉर्ड भी है।
साल 1928 और 1956 के ओलंपिक में कोई भी टीम भारत के खिलाफ गोल नहीं दाग पाई थी।
1928 से 1956 तक भारतीय टीम ने लगातार 6 गोल्ड मेडल अपने नाम किए।
रिकॉर्ड्स भी हैं भारत के नाम
भारतीय टीम 1 ओलंपिक में सबसे ज्यादा 43 गोल दागने वाली टीम भी है। उन्होंने ये कारनामा 1980 के मॉस्को ओलंपिक में किया था।
इसके अलावा भारतीय टीम ओलंपिक के इतिहास में लगातार सबसे ज्यादा मैच जीतने वाली टीम भी है। टीम ने लगातार 30 मुकाबले अपने नाम किए थे। 30 जीत के बाद 1960 के ओलंपिक में पाकिस्तान ने उन्हें हराया था। पेरिस ओलंपिक में भी भारतीय टीम से पदक की उम्मीद है।