ओम नमः शिवाय ने 48 दिन में 35 लाख श्रद्धालुओं को खिलाया खाना

माघ मेला के आधार दर्जन स्थानों पर दिन – रात चल रहा है अन्नक्षेत्र
 दर्जनभर सरकारी विभागों के अधिकारियों, कर्मचारियों सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु अन्नक्षेत्र में करते हैं प्रसाद ग्रहण
तीर्थराज प्रयागराज से बिना खाना खाए कोई वापस नहीं जाएगा : गुरुदेव
ओम नमः शिवाय की सेवा है प्रशंसनीय : मेलाधिकारी विजय किरन आनंद
प्रयागराज। तीर्थराज प्रयागराज में माघ मेला के दौरान ओम नमः शिवाय संस्था प्रयागराज का विशाल अन्नक्षेत्र आधा दर्जन स्थानों पर चल रहा है। संस्था ने 48 दिन में 35 लाख श्रद्धालुओं को मेला क्षेत्र में दर्जनभर स्थानों पर अन्न क्षेत्र में दिन – रात खाना खिलाया है जबकि माघ मेला का दो मुख्य स्नान पर्व अभी बीता है और शेष चार मुख्य स्नान पर्व है। संस्था के अन्न क्षेत्र में सरकारी विभागों के अफसर, कर्मचारी और बड़ी संख्या में श्रद्धालु एवं स्नानार्थी भोजन करते है।
 संस्था के गुरुदेव का कहना है कि उनकी पूरी कोशिश है कि तीर्थराज प्रयागराज स्नान के लिए आने वाला कोई भी व्यक्ति यहां से भूखा वापस न जाये। उन्होंने कहा कि संस्था के स्वयं सेवक श्रद्धालुओं और स्नानार्थियों को आदर के साथ बैठाते हैं और उनको प्रेम से खाना खिलाते हैं। सभी श्रद्धालुओं को खाना स्टील की थाली में खिलाया जाता है।
ओम नमः शिवाय का माघ मेला, अर्द्ध कुंभ मेला और महाकुंभ मेला में करीब 50 वर्ष से विशाल अन्नक्षेत्र दर्जनभर स्थानों पर चल रहा है जहां पर लाखों श्रद्धालुओं, स्नानार्थियों और दो दर्जन से ज्यादा सरकारी विभागों के कर्मचारी, सिपाही, स्वच्छताग्राही सहित बड़ी संख्या में लोग प्रसाद ग्रहण करते हैं। अन्नक्षेत्र संस्था के दो हजार स्वयं सेवक दिन – रात चलाते हैं। स्वयं सेवक खाना बनाते और लोगों को आदर सहित बैठाकर खिलाते हैं। खाने में रोटी, चावल, पुलाव, पूड़ी – कचौड़ी, अलग -अलग सब्जियां, छोला, भटूरा, खस्ता, दही बड़ा, तहरी, चावल, कढ़ी, दाल, पोहा, रायता, बूंदी, रसगुल्ला, हलवा सहित अन्य खाद्य सामग्री श्रद्धालुओं, स्नानार्थियों और सरकारी विभागों के कर्मचारियों को खाने के लिए देते हैं। उन्होंने बताया कि मेला प्रशासन की सुविधाओं को इस बार के माघ मेला से वापस कर दिया गया है।
संस्था के पूज्य गुरुदेव का कहना है कि बचपन से अन्नक्षेत्र चलाकर लोगों का पेट भरना था उसी अभियान पर व्यापक स्तर से चल रहा हूं। उन्होंने बताया कि सब्जी काटने, आटा गूंथने, कचौड़ी बनाने सहित अन्य काम इलेक्ट्रॉनिक मशीन से होता है जबकि सब्जी बनने से पहले उसे मसाले में मिक्चर से मिलाया जाता है। गुरुदेव ने बताया कि इसी तरह से प्रयागराज, कानपुर, अयोध्या धाम, लखनऊ और सीतापुर में विशाल अन्नक्षेत्र चलता रहता है जहां महीने में लाखों श्रद्धालुओं को अन्न क्षेत्र में खाना खिलाया जाता है। उन्होंने बताया कि आश्रम से प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, पूर्व डिप्टी सीएम डा दिनेश शर्मा, प्रदेश के केबिनेट मंत्री स्वतंत्र सिंह,परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह, मंत्री रवि अग्निहोत्री, प्रशासन, पुलिस सहित अन्य विभागों के वरिष्ठ अधिकारी जुड़े हुए हैं।
पूज्य गुरुदेव ने बताया कि कोविड प्रथम और दूसरे चरण के दौरान प्रयागराज, कानपुर, अयोध्या धाम, सीतापुर और लखनऊ में दिन-रात लाखों लोगों को खाना खिलाया गया। इस दौरान जो भी श्रमिक टे्न, बस और पैदल यात्री आ रहे थे सभी को नाश्ता, खाना, पानी और दूध की बोतल दिया जाता था। प्रयागराज के सभी रेलवे स्टेशनों, शास्त्री ब्रिज, फाफामऊ ब्रिज, नैनी ब्रिज और बस स्टेशन पर भी लोगों को नाश्ता, खाना, दूध और पानी की बोतलें दी गयी थी।
प्रयागराज महाकुंभ के मेलाधिकारी विजय किरन आनंद ने ओम नमः शिवाय संस्था के कार्यों की प्रशंसा करते हुए कहा कि मानव सेवा की सीख लोगों को ओम नमः शिवाय से लेनी चाहिए जिस तरह से कोविड, माघ मेला, अर्द्ध कुंभ मेला और महाकुंभ मेला में दिन-रात लाखों श्रद्धालुओं को प्रेम से खाना खिलाते हैं वह प्रशंसनीय है और संस्थाओं को सीख लेते हुए इसी तरह से सेवा के लिए आगे आना चाहिए।

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