उत्तर पूर्वी दिल्ली में संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) को लेकर झड़प के दौरान सोमवार को दिल्ली पुलिस का एक हेड कांस्टेबल मारा गया। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इस बात की पुष्टि की। हालांकि हेड कांस्टेबल की मौत के बाद एक आम नागरिक की भी मौत हो गई है। बता दें कि भड़की हिंसा में मारे गए व्यक्ति का नाम फुरकान अंसारी बताया जा रहा है जो हैंडीक्राफ्ट का काम करता था। परिवारवालों ने दावा किया कि फुरकान की मौत गोली लगने से हुई है। मिली जानकारी के मुताबिक पुलिस अधिकारी ने बताया कि हेड कांस्टेबल रतन लाल (42) सहायक पुलिस आयुक्त, गोकलपुरी के कार्यालय से जुड़े हुए थे। पुलिस अधिकारी ने बताया कि प्रदर्शन के दौरान पुलिस कर्मियों पर किये गए पथराव में वह घायल हो गए थे। उन्होंने बताया कि लाल मूल रूप से राजस्थान के सीकर के रहने वाले थे और 1998 में दिल्ली पुलिस में कांस्टेबल के पद पर भर्ती हुए थे। उनके परिवार में पत्नी, दो बेटियां और एक बेटा है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने लाल के निधन पर दुख जताया और राष्ट्रीय राजधानी में शांति का आह्वान किया। उन्होंने एक ट्वीट में कहा, “पुलिस हेड कोंस्टेबल की मौत बेहद दुःखदायी है। वो भी हम सब में से एक थे। कृपया हिंसा त्याग दीजिए। इस से किसी का फ़ायदा नहीं। शांति से ही सभी समस्याओं का हल निकलेगा।” अधिकारी ने बताया कि झड़प में कई पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) का विरोध और समर्थन करने वाले समूहों के बीच झड़पों के एक दिन बाद सोमवार को कई गाड़ियों, दुकानों और मकानों में आग लगा दी गयी।
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