वृन्दावन की देवी राधे प्रिया की स्वामी शंकराश्रम महराज के शिविर में चल रही भागवद् कथा
प्रयागराज। वृन्दावन की प्रसिद्ध कथावाचक देवी राधे प्रिया की श्रीमद्भागवद् कथा माघ मेला के ओल्ड जीटी रोड पर लगे पीठाधीश्वर स्वामी शंकराश्रम महराज के शिविर में आज चौथे दिन हुई। देवी राधे प्रिया ने कथा में कहा कि कंस के कारागार में बंदी वासुदेव और देवकी के आठवें पुत्र के रूप में भगवान कृष्ण का जन्म हुआ जिन्होंने धरती से अनाचार, अत्याचार को खत्म किया। भगवान श्रीकृष्ण के जन्म होते ही कथा में श्रद्धालुओं ने जयकारे लगाते हुए जन्म के मंगल गीत गाये। कथा व्यास देवी राधे प्रिया ने भक्तों और श्रद्धालुओं को भगवान श्रीकृष्ण के वत्सल्य रूप के विविध प्रसंगों पर प्रकाश डालते हुए कथा कही। पीठाधीश्वर स्वामी शंकराश्रम महराज ने बताया कि श्रीमद्भागवद् कथा प्रतिदिन दोपहर दो बजे से शुरू हो रही है। कथा की पूर्णाहुति 27 जनवरी को है। उन्होंने बताया कि 31जनवरी से काव्य व्यास कृष्णानंद शास्त्री की श्रीमद्भागवद् कथा शुरू होगी।