भगवान विष्णु की पूजा करने वालों के लिए मोक्षदा एकादशी बेहद अहम मानी गई है। मोक्षदा एकादशी को बैकुंठ में स्थान दिलाने वाली एकादशी माना जाता है। इस दिन पूजा करने से परिवार को हर कष्ट से मुक्ति मिलती है। जो भक्त मोक्षदा एकादशी के दिन व्रत रखते हैं और भगवान विष्णु का विधि विधान के साथ पूजन करते हैं उनके पितरों को मोक्ष मिलता है। मोक्षदा एकादशी का महत्व खुद श्री कृष्ण ने भी बताया है।
हिंदू धर्म के अनुसार मोक्षदा एकादशी का व्रत करने वाले लोगों का यश संसार भर में फैलता है। मोक्षदा एकादशी पर पूजन और व्रत करने वालों के कार्य में कोई अड़चन और बाधा नहीं आती है। मोक्षदा एकादशी पर पूजन करने वालों का वैवाहिक जीवन सुख में रहता है। बता दें कि इस वर्ष मोक्षदा एकादशी 22 दिसंबर को है।
मोक्षदा एकादशी के दिन घर में विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करना चाहिए। इस दिन गीता का पाठ करने का भी विशेष महत्व होता है। भगवान विष्णु की पूजा करने वालों पर लक्ष्मी मां की कृपा बनी रहती है। जिन लोगों पर आर्थिक संकट मंडल आता रहता है उन्हें इस दिन जरूर पूजा करनी चाहिए।
मोक्षदा एकादशी के दिन सुबह स्नान करने के बाद विष्णु जी को हल्दी की गांठ चढ़ाने चाहिए। शाम के समय तुलसी में दीपक लगाकर पूजा करनी चाहिए। ऐसा करने से परिवार में खुशियां आती है साथ ही धन की कमी भी दूर होती है।
मोक्षदा एकादशी पर दान पुण्य भी करना चाहिए। ऐसा करने से जीवन में उन्नति के रास्ते खोलते हैं। दान करने से व्यापार में होने वाली परेशानियां खत्म होती है। नौकरी पेशा लोगों को भी दान करना चाहिए जिससे उनके प्रमोशन के योग बनते हैं।
मोक्षदा एकादशी पर ऐसा करने से बचे
– मोक्षदा एकादशी के दिन तुलसी पर जल अर्पित ना करें। माना जाता है कि इस दिन तुलसी की एकादशी का निर्जला व्रत करती है ऐसे में उन्हें जल अर्पित नहीं करना चाहिए।
– एकादशी के दिन हिंसा मन में किसी के लिए बुरे विचार और क्रोध नहीं लाना चाहिए। किसी भी नकारात्मक विचार के आने से एकादशी के व्रत का फल नहीं मिलता है।
– एकादशी के दिन नाखून और बोल नहीं काटने चाहिए। इस दिन चावल भी नहीं खाना चाहिए