माघ मेले में श्रद्धालुओं की सुरक्षा, सुविधा और सेवा को लेकर चल रही पुलिस की तैयारियों के बीच भीड़ नियंत्रण बड़ी चुनौती है। ऐसे में अब इसके लिए आर्टीफिशियल इंटेलिजेंस (एआइ) की मदद लिए जाने की बात कही गई है।
बताया गया है कि इस बार के माघ मेले में भी लाखों श्रद्धालुओं के आने का अनुमान लगाया गया है। इस मेले को महाकुंभ का रिहर्सल माना जा रहा है, जिसको देखते हुए अच्छी व्यवस्था बनाने के लिए रूपरेखा तैयार की जा रही है।
शहर में ट्रैफिक व्यवस्था के संचालन और आपरेशन त्रिनेत्र में जिस तरह से एआइ का इस्तेमाल किया जा रहा है। उसी तरह से अब माघ मेले के क्राउड मैनेजमेंट में प्रयोग पर जोर दिया जा रहा है। कहा गया है कि मेले में लगने वाले सभी सीसीटीवी को कंट्रोल रूम से जोड़ा जाएगा। इसके बाद कंट्रोल रूम और सीसीटीवी में एआइ तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा। इससे कम समय में तेज गति से भीड़ को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी।
आइपीएस अधिकारियों को दी जाएगी जिम्मेदारी
खासकर संगम, लेटे हनुमान मंदिर सहित दूसरे मुख्य स्थानों पर निगरानी तेज हो सकेगी। पुलिस के आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि माघ मेले में मुख्य स्नान पर्व पर भीड़ नियंत्रण चुनौती होती है। अब शहर से लेकर मेला क्षेत्र के लिए अलग से व्यवस्था बनाई जा रही है, ताकि एक ही स्थान पर भीड़ ज्यादा देर के लिए एकत्रित न हो सके। एआइ के इस्तेमाल के लिए आइआइटियन आइपीएस अधिकारियों को जिम्मेदारी दिए जाने की बात कही गई है।