शहर को 24 स्मार्ट परिषदीय विधालय मिलेगे 26 को

र्ट सिटी के तहत 13 ,अभ्युदय योजना से 24 विधालयों का हो रहा निर्माण
बीएसए, बीएचयू की तकनीकी टीम, स्मार्ट सिटी की टीम ने निर्माणाधीन विधालयों का किया निरीक्षण
निर्माण की गुणवत्ता पर दिया जा रहा है विशेष ध्यान : बीएसए प्रवीण तिवारी
प्रयागराज।  नगरक्षेत्र प्रयागराज में स्मार्ट सिटी के अन्तर्गत 13 विद्यालयों में अभ्युदय और 24 विद्यालयों में गतिमान पुनर्निर्माण के कार्यों की  गुणवत्ता जांच नियन्त्रक  बीएचयू के आईआईटी प्रो बृज कुमार  ने अपनी टीम के साथ आज किया। उनके साथ स्मार्ट सिटी से संजय रथ, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी  प्रवीण कुमार तिवारी एवं नगर शिक्षा अधिकारी सुश्री प्रज्ञा सिंह ने कम्पोजिट विद्यालय साउथ मलाका, हीवेट रोड, मुठ्ठीगंज ,नया कटरा 2 सहित सभी 13 विद्यालयों में गुणवत्ता की जांच किया। इन विद्यालयों में गुणवत्तापूर्ण कार्यो के पर्यवेक्षण के लिए क्या – क्या बिंदु ध्यान रखने योग्य हैं, इस संदर्भ में गुणवत्ता नियंत्रक प्रो बृज कुमार ने कई निर्देश प्रदान किए गए। नगरक्षेत्र के विद्यालयों  में कायाकल्प का कार्य  त्वरित गति से किया जा रहा  है जिसके अंतर्गत 13 विद्यालयों को पूर्णतया ध्वस्त करके आधुनिक सुविधाओं से लैस नई बिल्डिंग बनाने के लिए लगभग 52 करोड रुपये एवं 24 विद्यालयों के रिनोवेशन के लिए लगभग 8 करोड़ की धनराशि स्मार्ट सिटी के द्वारा दी गई है जिसके अन्तर्गत पी डब्ल्यूडी और विद्युत विभाग के सहायक अभियन्ता  और अवर अभियन्ता के साथ खण्ड शिक्षा अधिकारी नगरक्षेत्र प्रयागराज  विनोद कुमार मिश्र एवं सुश्री प्रज्ञा सिंह  की अध्यक्षता 24 विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों और एआरपी की संयुक्त बैठक आज अपराह्न  3 बजे डायट प्रयागराज के सभागार में सम्पन्न हुई जिसमें प्रत्येक प्रधानाध्यापक ने अपने – अपने  विद्यालय में किये जा रहे निर्माण कार्य से अवगत कराया गया और अधूरे कार्यों को भी बताया गया जिसका समाधान संबंधित अवर अभियंता ने आश्वासन दिया कि 24  विद्यालयों के पुनर्निर्माण का कार्य 26 जून  को पूर्ण कर दिया जायेगा, जिससे 27 जून  को विद्यालय खुलने पर शिक्षक और बच्चों को कोई परेशानी न हो। बैठक में स्मार्ट सिटी के प्रतिनिधि  के एस श्रीवास्तव, सहायक अभियंता पीडब्ल्यूडी, सहायक अभियंता विद्युत विभाग सहित अन्य अधिकारी शामिल हुए।
उधर, बीएसए प्रवीण कुमार तिवारी ने बताया कि विधालयों के गुणवत्तापूर्ण  निर्माण पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है जिसमें कोई गडबडी न होने पाये। उन्होंने बताया कि 37 परिषदीय विधालयों के कायाकल्प के बाद और परिषदीय विधालयों को बेहतर बनाया जायेगा जिससे कि बच्चों के शिक्षण में कोई परेशानी न होने पाये।

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