पुराने शहर को सिविल लाइंस व अन्य इलाकों से जोड़ने वाले निरंजन रेलवे ब्रिज के नीचे से गुजरने वाला रास्ता मंगलवार नौ मई से बंद कर दिया जाएगा। इस रास्ते पर रोड ट्रैफिक सौ दिन के लिए बंद रहेगा। इस अवधि में रेलवे निरंजन पुल के ऊपर एक और ट्रैक बिछाएगा। खास बात यह है कि रेलवे पुल को तकरीबन 13 मीटर और चौड़ा करेगा। ब्लॉक के दौरान रास्ता बंद होने से आम लोगों को भयंकर जाम की समस्या से जूझना पड़ सकता है।
निरंजन रेल ब्रिज के चौड़ीकरण को लेकर रेलवे के साथ तमाम विभागों के अफसरों ने रविवार को साइट का निरीक्षण किया। इसके बाद ही नौ मई से वहां ट्रैफिक ब्लॉक लगाने की सहमति बनी। अब प्रयागराज रामबाग-प्रयागराज जंक्शन रेल लाइन के दोहरीकरण कार्य की वजह से ब्रिज पर एक और लाइन बिछाई जाएगी। इसके अलावा ब्रिज पर इतनी जगह और छोड़ी जाएगी, ताकि भविष्य में अगर एक और अतिरिक्त लाइन बिछाने की आवश्यकता हो, तो वह कार्य बिना किसी बाधा के पूरा कर लिया जाए।जानसेनगंज से निरंजन पुल के नीचे होकर गुजरने वाला रास्ता बंद होने की वजह से रामबाग, खुसरोबाग रेल ओवर ब्रिज एवं सीएमपी आरयूबी पर लोड बढ़ जाएगा। रामबाग ब्रिज सिर्फ दो लेन का है। इस वजह से अगर वहां ट्रैफिक बढ़ता है, तो शहर के लोगों को जाम की समस्या झेलनी पड़ सकती है। इसी तरह खुसरोबाग आरओबी से नवाब युसूफ रोड पर लोगों को जाम का सामना करना पड़ सकता है। वहां हाईकोर्ट फ्लाईओवर के नीचे वाले रास्ते पर सामान्य दिनों में भी काफी भीड़ रहती है।निरंजन रेल पुल पर जिला प्रशासन ने तमाम नियमों व शर्तों के साथ सौ दिन काम करने की मंजूरी शनिवार को ही दी गई है। हालांकि लोगों का कहना है कि अभी स्कूल-कॉलेज खुले हैं। ऐसे में अगर रेलवे रास्ता बंद करता है, तो सबसे ज्यादा परेशानी स्कूली बच्चों को ही होगी। समाजसेवी सर्वजीत सिन्हा ने कहा कि प्रशासन को चाहिए कि ब्लॉक स्कूलों में होने वाली गर्मियों की छुट्टी के दौरान लिया जाए। अधिकतर स्कूल आदि 20 मई के बाद ही बंद होंगे। व्यापारी नेता मो. कादिर ने कहा कि निरंजन पुल का रास्ता बंद होने से व्यापार पर भी असर पड़ेगा।