सरकार की राजभाषा नीति के अनुसार राजभाषा के प्रयोग में बहुआयामी प्रगति सुनिश्चित करने के उद्देश्य से उत्तर मध्य रेलवे महाप्रबंधक कार्यालय में यांत्रिक विभाग द्वारा किए जा रहे राजभाषा हिंदी के प्रयोग-प्रसार के कार्यों की आकर्षक प्रदर्शनी लगाई गई। इस प्रदर्शनी में यांत्रिक विभाग द्वारा हिंदी में किए जा रहे कार्यों की सुरुचिपूर्ण प्रस्तुति की गई। महाप्रबंधक सतीश कुमार ने मंगल दीप प्रज्ज्वलित कर प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। इस अवसर पर महाप्रबंधक सतीश कुमार ने कहा कि महाप्रबंधक सतीश कुमार ने मंगल दीप प्रज्ज्वलित कर प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। इस अवसर पर महाप्रबंधक सतीश कुमार ने कहा कि हमारी रेलवे पूरी तरह हिंदी भाषी क्षेत्र में है, अत: हमें पूरी प्रतिबद्धता एवं दायित्व भावना के साथ अपने सरकारी कार्यों में हिंदी का अधिक से अधिक प्रयोग करना चाहिए और राजभाषा हिंदी के निरंतर प्रयोग-प्रसार के क्षेत्र में अग्रणी रेलवे की भूमिका निभानी चाहिए। महाप्रबंधक ने कहा कि गाड़ी परिचालन, प्रबंधन एवं अनुरक्षण कार्यों में आधुनिक तकनीक के समावेश के कारण अनुरक्षण आदि की कार्यविधि की भाषा में काफी परिवर्ततन हुए हैं, अत: इसे ध्यान में रखते हुए यांत्रिक विभाग के सभी अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि सभी कार्य निर्देश, अनुरक्षण एवं मरम्मत से संबंधित सभी निर्देश सरल एवं सहज हिंदी में जारी किए जाएं तथा उन्हें उत्तर मध्य रेलवे की वेबसाइट पर भी अपलोड किया जाए, ताकि वे आसानी से सुलभ हो सकें।
महाप्रबंधक सतीश कुमार ने यांत्रिक विभाग द्वारा राजभाषा हिंदी में किए जा रहे उत्कृष्ट कार्यों की सराहना की और इस कार्य को निष्पादित करने वाले अधिकारियों एवं कर्मचारियों के लिए पन्द्रह हजार रूपए के पुरस्कार की घोषणा की। इस क्रम में संसदीय राजभाषा समिति के निरीक्षण से संबंधित मदों के अनुसार यांत्रिक विभाग द्वारा हिंदी में किए गए कार्यों की समीक्षा की गई। कार्यक्रम के आरंभ में प्रधान मुख्य यांत्रिक इंजीनियर अजय कुमार राणा द्वारा महाप्रबंधक सतीश कुमार का स्वागत किया गया और और उन्हें विभाग द्वारा राजभाषा हिंदी में किए जा रहे कार्यों से अवगत कराया गया।
इस अवसर पर मुख्य राजभाषा अधिकारी एवं प्रधान मुख्य संरक्षा अधिकारी मनीष कुमार गुप्ता, मंडल रेल प्रबंधक प्रयागराज, हिमांशु बडोनी, सचिव/महाप्रबंधक अजय सिंह, मुख्य रोलिंग स्टॉक इंजीनियर/कोचिंग सूरज प्रकाश, मुख्य रोलिंग स्टॉक इंजीनियर/फ्रेट पी.के. पाण्डेय, मुख्य मोटिव पावर इंजीनियर एस. के. भारती, जी.सी. सिंह, मुख्य कारखाना प्रबंधक, सिथौली, उप मुख्य राजभाषा अधिकारी एवं उप वित्त सलाहकार एवं मुख्य लेखा अधिकारी शैलेन्द्र कुमार सिंह, उप मुख्य यांत्रिक इंजीनियर/कारखाना आर.पी. त्रिपाठी तथा उप मुख्य यांत्रिक इंजीनियर/मुख्यालय एवं सचिव प्रधान मुख्य यांत्रिक इंजीनियर ओ.पी. सिंह, वरिष्ठ राजभाषा अधिकारी चन्द्र भूषण पाण्डेय सहित राजभाषा तथा यांत्रिक विभाग के सभी अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित थे।