अमेरिका में फिर बच्चों के यौन शोषण का मामला सामने आया है। इसमें अमेरिका के मैरीलैंड राज्य के अटॉर्नी जनरल ने 500 पन्नों की रिपोर्ट जारी कर बताया कि 1940 से अब तक बाल्टीमोर के रोमन कैथोलिक चर्च के 156 पादरी और बड़े अधिकारियों ने 600 से ज्यादा बच्चों का यौन शोषण किया है। अमेरिका के सबसे पुराने रोमन कैथोलिक चर्च के बाल्टीमोर धर्मप्रांत (आर्कडायसस) प्रबंधन ने इस काली करतूत को 80 साल तक छिपाए रखने के लिए करोड़ों डॉलर खर्च किए हैं।
रिपोर्ट में बताया है, पीड़ितों के स्वैच्छिक बयान के आधार पर 1980 से अब तक 301 पीड़ितों की देखभाल और मुआवजे के तौर पर 1.32 करोड़ डॉलर का भुगतान किया गया है। अटॉर्नी जनरल एंथनी ब्राउन ने रिपोर्ट जारी करते हुए कहा, जल्द ही ईस्टर रविवार आने वाला है।
उन्होंने कहा, चार साल जांच के बाद तैयार इस रिपोर्ट को लोगों के सामने रखने के लिए इससे अच्छा वक्त नहीं हो सकता। कहा, राज्य के जांच कर्ताओं ने 2019 में काम शुरू किया और 1940 के दशक तक 100,000 से अधिक दस्तावेजों की समीक्षा के आधार पर सैकड़ों पीड़ितों और गवाहों का साक्षात्कार लिया। एजेंसी
अटॉर्नी जनरल ने 500 पन्नों में बताई 156 पादरी और अफसरों की करतूत
कुकर्म को भगवान की मर्जी बताई…
रिपोर्ट में बताया गया कि ज्यादातर बच्चों को यौन शोषण को भगवान की मर्जी बताकर उन्हें इसके लिए मजबूर किया जाता था। उन्हें धमकी भी दी जाती थी कि अगर उन्होंने इसके बारे में किसी को बताया तो उनका परिवार नर्क की आग में जलेगा।
राज्य ने बदला यौन शोषण कानून…
मैरीलैंड राज्य की सीनेट ने मामले के सामने आते ही उन कानूनी पाबंदियों को खत्म कर दिया है, जो यौन शोषण के खिलाफ मुकदमे दायर करने समय सीमाओं तय करती हैं। नई व्यवस्था के तहत यौन शोषण का कोई भी पीड़ित पुराने मामले में कभी भी केस करा सकता है।
ज्यादातर आरोपियों की मौत, 10 जिंदा…फिलहाल कोई भी आरोपी चर्च की सेवा में सक्रिय नहीं है। ज्यादातर आरोपियों की मौत हो चुकी है। इसके अलावा बहुत से आरोपी ऐसे हैं, जो दूसरे कई मामलों में पहले से ही आरोपी रह चुके हैं। रिपोर्ट में 33 नए नाम सामने आए हैं। रिपोर्ट में कहा गया है, 10 लोगों के नाम चर्च ने नहीं बताए हैं। संभव है कि ये लोग अभी जीवित हों और चर्च के प्रबंधन में शामिल बड़े अधिकारी हों।