रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) की उपग्रह रोधी (ए-सैट) हथियार प्रणाली रविवार को गणतंत्र दिवस की परेड का हिस्सा बनी। किसी भी देश की आर्थिक और सैन्य सर्वोच्चता के लिए अंतरिक्ष महत्वपूर्ण आयाम है और इसमें ए-सैट हथियार आवश्यक रणनीतिक प्रतिरोध प्रणाली में अहम भूमिका निभाता है।पिछले साल मार्च में डीआरडीओ ने भारत के पहले ए-सैट मिशन ‘मिशन शक्ति’ को लॉन्च किया था। यह भारत का पहला ए-सैट मिशन है जो विरोधी उपग्रहों को मार गिराने की भारत की क्षमता का प्रदर्शन करता है। इसके लॉन्च के बाद इस क्षमता को रखने वाले अमेरिका, रूस और चीन जैसे देशों की सूची में भारत शामिल हो गया था।
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