माघी पूर्णिमा तक मेलाक्षेत्र के दर्जनभर स्थानों पर दिन – रात चलता रहेगा विशाल अन्नक्षेत्र
प्रयागराज। संगम की रेती पर माघ मेले की शुरुआत हो गई है। माघ मेले में देश के कोने-कोने से लाखों श्रद्धालु आते हैं लेकिन यहां आने वाले लोगों पर मां गंगा का ऐसा आशीर्वाद है कि कोई भी व्यक्ति भूखा नहीं रहता है। इसके लिए कई संस्थाओं की ओर से अन्नक्षेत्र चलाये जाते हैं। जिसमें लोगों को प्रसाद ग्रहण कराया जाता है। लेकिन माघ मेले में पिछले चालीस वर्षों से एक अन्न क्षेत्र ऐसा भी है जो कि सबसे अनूठा है। इस महा रसोंई में महाकराहों में मशीनों के जरिए प्रसाद तैयार कराया जाता है। जिसमें हर दिन हजारों लोग प्रसाद ग्रहण करते हैं। खास बात ये है कि ये भंडारा पूरे माघ मेले के दौरान 24 घंटे इसी तरह से चलता रहता है और सैकड़ों सेवादार श्रद्धालुओं की सेवा में दिन रात लगे रहते हैं। माघ मेले के पहले मुख्य स्नान पर्व पौष पूर्णिमा पर लाखों श्रद्धालुओं ने अन्नक्षेत्र में प्रसाद ग्रहण किया। माघ मेलाधिकारी अरविन्द कुमार चौहान ने ओम नमः शिवाय के परेड स्थित शिविर का निरीक्षण किया और समस्याओं के शीध्र निस्तारण का आश्वासन दिया। माघ मेले की महा रसोंई के बारे में आज बताने जा रहे हैं। जी हां ये है माघ मेले की महा रसोंई जिसमें आठ बड़े-बड़े महाकराहों में श्रद्धालुओं के लिए भोजन प्रसाद तैयार होता है। ओम् नम:शिवाय संस्था की ओर से माघ मेले में पिछले चालीस वर्षों से यह संस्था अन्न क्षेत्र चला रही है। इसमें बड़े-बड़े कराहे क्रेन के जरिए भट्टियों पर चढ़ाये जाते हैं। जिसमें एक साथ चालीस क्विंटल सब्जियां और दालें तैयार होती हैं। महाकराहे में एक साथ पांच हजार पूड़ियां भी निकाली जाती हैं। इसके साथ ही पूड़ियां और रोटियां बनाने के लिए मशीनों का भी प्रयोग किया जाता है। इस भंडारे में हर दिन हजारों लोगों का भोजन तैयार होता है। जिसमें सैकड़ों सेवादार पूरे सेवाभाव से लगे रहते हैं। यहां आने वाले श्रद्धालुओं को बैठाकर पूरे सेवा भाव से निशुल्क भोजन कराया जाता है। श्रद्धालुओं को भोजन कराने के लिए कुर्सियां भी लगायी गई हैं। ओम नम: शिवाय बाबा के मुताबिक माघ मेले की शुरुआत से लेकर मेले की समाप्ति तक ऐसे ही अन्न क्षेत्र चलता रहता है। कोरोना काल में भी संस्था ने 4 शहरों प्रयागराज, लखनऊ, कानपुर और अयोध्या में निशुल्क अन्न क्षेत्र चलाया है जिसमें हर दिन लाखों लोगों को भोजन कराया गया। संस्था की ओर से माघ मेला, अर्द्ध
कुंभ मेला, कुंभ मेला, कानपुर, अयोध्या, लखनऊ और प्रयागराज में 50 वर्षो से दिन – रात विशाल अन्नक्षेत्र चल रहा है। माघ मेले में आने वाले श्रद्धालु भी इस महा रसोई को देखकर आश्चर्य चकित हो उठते हैं। आखिर किस तरह से हजारों लोगों के लिए एक साथ इस महारसोंई में भोजन तैयार हो रहा है। लोगों ने भी इतने बड़े कराहों में एक साथ भोजन तैयार होते हुए पहली बार देखा है। लोग भी संस्था के सेवा भाव को देखकर सराहना कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि वाकई माघ मेले में कई अन्न क्षेत्र चलते हैं। लेकिन ओम नम: शिवाय संस्था की ओर से चलायी जा रही रसोंई अपने आप में बेहद अनूठी है। लाल महेंद्र शिव शक्ति सेवा समिति के नाम से ओम नमः शिवाय बाबा की ओर से चलाए जा रहे अन्न क्षेत्र में यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और पूर्व डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा भी आकर प्रसाद ग्रहण कर चुके हैं।