श्रृंग्वेरपुरधाम, प्रयागराज। त्रेता युग के बाद पहली बार श्रृंगी ऋषि की तपोस्थली, निषादराज गुह की राजधानी एवं प्रभु श्रीराम की कर्मभूमि श्रृंग्वेरपुरधाम मे माघ माह कृष्ण पक्ष दशमी तिथि से द्वादशी तिथि 17 से 19 जनवरी तक राष्ट्र धर्म संसद एवं संत सम्मेलन का विशाल आयोजन होने जा रहा है। जिसकी तैयारियो के लिये आयोजक टीम जुट चुकी है। राष्ट्र धर्म संसद की घोषणा श्रृंग्वेरपुरधाम मे चल रही श्रीराम कथा के दौरान हनुमान गढ़ी के महंत कमलदास महाराज के निर्देशन मे की गई। कथवाचक कमलदास महाराज ने आयोजक टीम के सदस्यों जिसमे श्रृंग्वेरपुर महोत्सव के महामंत्री अरुण द्विवेदी, डॉ बी के कश्यप, एवं समाजसेवी अटल त्रिपाठी को आयोजन मे अहम भूमिका निभाने के साथ राष्ट्र धर्म संसद के आयोजन की घोषणा करने को कहा। श्रृंग्वेरपुर महोत्सव के महामंत्री अरुण द्विवेदी ने मंच का संचालन करते हुए राष्ट्र धर्म संसद की घोषणा करते हुए कहा कि हनुमानगढ़ी के महंत कमलदास महाराज की अगुवाई मे पहली बार श्रृंग्वेरपुरधाम इतिहास रचने जा रहा है। त्रेता युग के बाद श्रृंग्वेरपुरधाम मे पहली बार राष्ट्रीय संतो का विशाल सम्मेलन होने जा रहा है। जिसमे प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का भी आगमन होगा। इसके साथ बागेश्वर धाम सरकार, जगद्गुरु रामभद्राचार्य महाराज, नित्यगोपालदास महाराज समेत आयोध्या, चित्रकूट धाम, वृन्दावन एवं शंकराचार्य का आगमन भी एक साथ श्रृंग्वेरपुर धाम मे होने जा रहा है। इसी के साथ प्रयागराज के सेक्सोलोजिस्ट डॉ बी के कश्यप एवं समाजसेवी अटल त्रिपाठी ने बढ़ चढ़कर विशाल आयोजन मे सहयोग देने की बात कही। डॉ बी के कश्यप ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए महंत कमलदास महाराज का माल्यार्पण किया। तीर्थपुरोहित मनीष त्रिपाठी ने धन्यवाद ज्ञापित किया।
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राष्ट्र धर्म संसद मे दिव्य विभूतियों का होगा आगमन
श्रृंग्वेरपुरधाम मे आगामी 17 जनवरी से आयोजित होने वाले तीन दिवसीय राष्ट्र धर्म संसद मे राष्ट्रीय संत महात्माओं समेत दिव्य विभूतियों का आगमन होने जा रहा है। आयोजक कमलदास महाराज, श्रृंग्वेरपुर महोत्सव के महामंत्री अरुण द्विवेदी एवं डॉ बी के कश्यप ने बताया की श्रृंग्वेरपुरधाम मे राष्ट्र धर्म संसद का उद्देश्य त्रेता युग की प्राचीन सनातन परम्परा और भारत की सामाजिक समरसता का पाठ विश्व को पढ़ाते हुए विश्व गुरु की छवि को पुनः जागृत कर विश्व शिखर तक राष्ट्र धर्म संसद का बिगुल फूकना है।