प्रयागराज। प्रयाग की पंचकोसी परिक्रमा में शामिल साधु-संतों ने मंगलवार को दुर्वाषा आश्रम और पंडिला महादेव समेत कई तीर्थों और मंदिरों की यात्रा की। बुधवार को महर्षि भरद्वाज के अभिषेक के साथ तीन दिवसीय परिक्रमा कार्यक्रम का समापन होगा।
परिक्रमा में शामिल साधु-संतों ने आज सुबह संगम स्नान और गंगा पूजन के बाद सबसे पहले झूंसी स्थित शंख माधव का दर्शन पूजन किया। इसके बाद संतों का काफिला ककरा कोटवा स्थित दुर्वाषा मुनि के आश्रम पहुंचा और वहां पूजन किया।
दुर्वाषा आश्रम से निकलने के बाद साधु-संत पंडिला महादेव गये और वहां भगवान शंकर का अभिषेक किये। इसके बाद सभी शहर की तरफ चले और शिवकुटी पहुंचकर शिव कोटि महादेव का दर्शन पूजन किये। वहां से संतों का कारवां नाग बासुकि, असि माधव और वेणी माधव का दर्शन करते हुए अलोप शंकरी पहुंचा जहां महानिर्वाणी अखाड़ा के महंत यमुना पुरी ने सभी संतों का जोरदार स्वागत किया। मां अलोपी देवी की पूजा अर्चना के बाद सभी संत संगम गये और वहां गंगाजल से आचमन कर दूसरे दिन की परिक्रमा को विराम दिये।
प्रयागराज के अधिष्ठाता ऋषि महर्षि भरद्वाज के अभिषेक के साथ 22 जनवरी को प्रयाग परिक्रमा कार्यक्रम का समापन होगा। इस दिन पूर्वाह्न दस बजे संगम स्नान और गंगा पूजन के बाद परिक्रमा में शामिल सभी साधु-संत व श्रद्धालु एक बड़े कलश में गंगा जल लेकर संगम स्थल से शोभा यात्रा के रुप में भरद्वाज आश्रम जाएंगे और वहां महर्षि भरद्वाज का अभिषेक करेंगे। अपराह्न ढ़ाई बजे माघ मेला स्थित दत्तात्रेय सेवा शिविर में सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन होगा।
प्रयाग की पंचकोसी परिक्रमा सोमवार को संगम स्नान और गंगा पूजन के साथ प्रारम्भ हुई थ। पहले दिन परिक्रमा में शामिल साधु ंसंतों ने किला स्थित अक्षयवट, सरस्वती कूप, बंधवा के बड़े हनुमान जी, दत्तात्रेय मंदिर, अरैल स्थित शूल टंकेश्वर महादेव, आदि वेणी माधव, चक्र माधव, सोमेश्वर महादेव, पनासा गांव स्थित पर्णास ऋषि का आश्रम और बरखंडी महादेव तक की यात्रा की थी।
प्रयाग की पंचकोसी परिक्रमा में अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के महामंत्री हरि गिरि और जूना अखाड़ा के अध्यक्ष प्रेम गिरि के अलावा विभिन्न अखड़ों के दर्जनों संत शामिल हैं। पहले दिन प्रयागराज के पुलिस महानिरीक्षक केपी ंिसंह और मेलाधिकारी रजनीश मिश्र समेत कई अधिकारियों ने परिक्रमा में शामिल साधु संतों का मेला क्षेत्र में स्वागत किया था। मेला प्रशासन के कई अधिकारी पंचकोसी परिक्रमा में लगातार भाग भी ले रहे हैं।