गरीब-दलितों की आवाज़ कहे जाते थे प. दीनदयाल- सुभाष सिंह पटेल

घूरपुर/प्रयागराज। पंडित दीन दयाल उपाध्याय गरीब दलितों की आवाज कहे जाते थे। गरीब और पिछड़ों के विकास के लिए उनका योगदान भुलाया नहीं जा सकता है।रविवार के दिन राष्ट्रवादी नेता पंडित दीनदयाल उपाध्याय की 160वीं जयंती मनाते हुए भाजपा पिवमो के यमुनापार जिला अध्यक्ष सुभाष सिंह पटेल ने कही। आगे कहा कि भारतीय राजनीति के इतिहास में प्रमुख व्यक्तित्वों में से एक पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती को हर साल अंत्योदय दिवस  के तौर पर मनाया जाता है।वे भारतीय जन संघ के सह-संस्थापक और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विचारक थे।कहा कि अंत्योदय शब्द का मतलब उत्थान है, जो समाज में आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लोगों के उत्थान को समर्पित है।इस दिन का उद्देश्य भारत के गरीब और पिछड़े लोगों के विकास की ओर ध्यान खींचना है।साथ ही इस दिन समाज और राजनीति में उपाध्याय के योगदान के लिए याद करने के लिए भी मनाया जाता है। इस दौरान पंडित दीन दयाल उपाध्याय के चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजली अर्पित किया गया। इस अवसर पर भाजपा नेता आशीष पाल, सुधाकर सिंह धर्मराज पाल, सुरेंद्र सिंह, अखिलेश सिंह, अतर सिंह कुशवाहा आदि दर्जनों भाजपाई शामिल रहे।

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