यूपी के कई जिलों में भारी बारिश ने तबाही मचाई है। अब तक 40 से ज्यादा जिले भारी बारिश के कारण अलर्ट पर रहे हैं जिनमें नदियों के बढ़ते जलस्तर के कारण बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। यूपी में गंगा, यमुना और वरुणा नदियां उफना गई हैं। कई जगह बाढ़ के हालात हैं। जिलों में भारी बारिश के बाद जल भराव के कारण कई सड़कें बंद हैं।
पहाड़ों पर मूसलाधार बारिश के कारण गंगा का जलस्तर तेजी से बढ़ने लगा है। दो दिनों के भीतर हरिद्वार से छोड़ा गया 3.66 लाख क्यूसेक पानी प्रदेश में आ रहा है। इसे देखते हुए कानपुर, उन्नाव और फतेहपुर को अलर्ट कर दिया गया है। हरिद्वार से शनिवार को 2.22 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया था। रविवार सुबह 1.42 लाख क्यूसेक पानी और छोड़ दिया गया। प्रयागराज में भारी बारिश के बाद रविवार को गंगा और यमुना का जलस्तर बढ़ जाने से घरों में पानी घुस गया। लोग आवाजाही के लिए नावों का इस्तेमाल कर रहे हैं।
वहीं भारी बारिश और बाढ़ का अलर्ट जारी करते हुए आईएमडी ने कहा कि ज्यादातर जगहों पर बारिश और कुछ जगहों पर भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है। आईएमडी ने आज भी उत्तर प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर अत्यधिक बारिश की भविष्यवाणी की। कहा गया है कि कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश होगी और इससे नदियों में और उफान आ सकता है। साथ ही अलर्ट जारी करते हुए लोगों को नदियों के तट से दूर रहने की सलाह दी गई है।आईएमडी ने एक बयान में कहा कि अगले 12 घंटों के दौरान दक्षिण उत्तर प्रदेश के आसपास के इलाकों में 30-40 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने की संभावना है और अगले 24 घंटों के दौरान दक्षिण उत्तर प्रदेश में 25-35 किमी प्रति घंटे से 45 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की संभावना है।