लाल किले पर निशान साहिब फहराए जाने में मेरा शामिल होना जायज: पंजाब के परिवहन मंत्री

पंजाब के ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर लालजीत सिंह भुल्लर ने किसान आंदोलन के दौरान लाल किले पर निशान साहिब फहराने को जायज ठहराया है। दरअसल, कांग्रेस ने 26 जनवरी, 2021 का एक वीडियो जारी किया है जिसमें भुल्लर प्रदर्शनकारियों के साथ लाल किले की ओर बढ़ते नजर आ रहे हैं। कांग्रेस नेताओं ने इसे लेकर भुल्लर को मंत्री पद से हटाए जाने की मांग की है।

लालजीत सिंह भुल्लर ने इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वह आंदोलन के दौरान किसान के बेटे के तौर पर राष्ट्रीय राजधानी पहुंचे थे। उन्होंने कहा, ‘देखिए, मैं एक किसान का बेटा हूं। आंदोलन के दौरान सभी किसान और उनके बेटे नई दिल्ली गए थे। मैंने कुछ भी गलत नहीं किया है।’

सुखपाल पहले अपने पिता के बारे में बताएं: भुल्लर 
मंत्री ने वीडियो शेयर करने वाले कांग्रेस नेता सुखपाल खैरा पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, ‘सुखपाल पहले यह साफ करें कि क्या वो भी अपने पिता के साथ खड़े हैं, जिन्हें खालिस्तान सपोर्टर के तौर पर जाना जाता है। यानि कि उनके पिता खालिस्तान की मांग करते रहे। उन्हें अपने पिता के बारे में लोगों को बताना चाहिए। पहले इस पर सफाई दीजिए।’भुल्लर जैसे नेताओं पर चुप क्यों आप: कांग्रेस
मालूम हो कि खैरा ने वीडियो शेयर करते हुए आप नेताओं पर जमकर हमला बोला था। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता दिवस की 75वीं वर्षगांठ पर आप सरकार तिरंगा कैंपेन चला रही है। लेकिन लालजीत सिंह भुल्लर जैसे नेताओं पर चुप है, जिन्होंने किसान आंदोलन के नाम पर उग्रवादियों का समर्थन किया।

जब लाले किले पर फहराया गया धार्मिक ध्वज
गौरतलब है कि दिवंगत दीप सिद्धू सहित सैकड़ों कथित खालिस्तानियों ने 26 जनवरी, 2021 को लाल किला पर धार्मिक ध्वज फहराया था, जिसे लेकर विवाद खड़ा हो गया। इस दौरान हुई हिंसक घटनाओं में 100 से अधिक पुलिसकर्मी घायल हुए थे। दिल्ली पुलिस ने इस घटना को लेकर दंगे से जुड़े मामलों में 22 एफआईआर दर्ज की थी।

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