अमरुद बहार नियंत्रण में प्रभावी है बैंडिंग तकनीक-डॉ0 कृष्ण मोहन चौधरी

प्रयागराज । औद्यानिक प्रयोग एवं प्रशिक्षण केंद्र खुसरोबाग प्रयागराज के मुख्य उद्यान विशेषज्ञ डॉo कृष्ण मोहन चौधरी द्वारा बताया गया कि विगत कई वर्षों से अमरूद उत्पादन का अच्छा मूल्य बागवान को नहीं मिलता है इसका मुख्य कारण यह है कि बरसात की फसल अधिक आने तथा शरद ऋतु की फसल विलंब से आने के कारण बागवानों को अमरूद की अच्छी कीमत नहीं मिलती है। डॉ चौधरी द्वारा बताया गया कि बरसात की फसल को रोकने के लिए वेंडिंग तकनीक काफी प्रभावी है, इस तकनीक में गर्मी के मौसम पर अप्रैल से जून माह तक पौधे की शाखाओं को नीचे की तरफ झुका दिया जाता है जिससे कि नए प्रारोह निकलने पर उनमें जुलाई अगस्त माह में फूल आते हैं तथा उनके फल नवंबर से जनवरी तक उच्च गुणवत्ता के प्राप्त होते हैं बागवानों को सलाह दी जाती है कि वह वर्तमान में अमरूद के बाग के फूल व फल को तोड़कर शाखाओं को रस्सी व तार की सहायता से झुकाना तथा पौधे पर पर्याप्त उर्वरक व नमी भी देना लाभकारी होता है। औद्यानिक प्रयोग एवं प्रशिक्षण केंद्र खुसरो बाग के प्रशिक्षण प्रभारी वीoकेo सिंह द्वारा बताया गया कि केंद्र में अमरूद बाहर नियंत्रण की तकनीकों का प्रदर्शन किया गया है, जिन अमरुद उत्पादकों को बाहर नियंत्रण से संबंधित जानकारी की आवश्यकता हो वह खुसरोबाग आकर जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। इसके अलावा अमरुद बागवानों को उनके खेत पर भी प्रायोगिक कार्य करके प्रशिक्षण दिया जा सकता है। इस कार्य हेतु इच्छुक बागवान खुसरो बाग मैं आकर अथवा दूरभाष नंबर 9415128818 पर संपर्क कर जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

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