पाकिस्तान के लाहौर में गुरुद्वारा ननकाना साहिब पर भीड़ के हमले की लगभग सभी पार्टियों के नेताओं ने निंदा की और घटना के विरोध में सैकड़ों की संख्या में लोगों ने दिल्ली के चाणक्यपुरी इलाके में स्थित पाकिस्तानी उच्चायोग के पास शनिवार को विरोध प्रदर्शन किया। गुरुद्वारा ननकाना साहिब सिखों के प्रथम गुरु – गुरु नानक देव – का जन्म स्थान है। भाजपा नेताओं और विश्व हिंदू परिषद ने कहा है कि इस घटना से भारत में मोदी सरकार द्वारा हाल ही में लागू किये गये संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) का महत्व साबित हो गया है। पुलिस को भाजपा, कांग्रेस, दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (डीएसजीएमसी) के सदस्यों को उच्चायोग पहुंचने से रोकने के लिए रास्ते में अवरोधक लगाने पड़े। प्रदर्शनकारी बैनर और हाथों मे तख्तियां लिए हुए थे जिनमें ‘‘पाकिस्तान को शर्म आनी चाहिए’’ और ‘‘हम पाकिस्तान के असली चेहरे को बेनकाब करेंगे’’ जैसे नारे लिखे हुए थे। कुछ बैनरों में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान से सिखों के धार्मिक स्थल की रक्षा करने की अपील थी। एक तख्ती में लिखा था,‘‘इमरान खान का दोहरा मापदंड, सिखों को पाकिस्तान में प्रताड़ित किया जा रहा है।’’
डीएसजीएमसी और अकाली दल के सदस्यों ने दोपहर करीब एक बजे चाणक्यपुरी स्थित पाक उच्चायोग के पास प्रदर्शन किया।
पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि भारी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया और पानी की बौछारें छोड़ने वाले वाहन को तैयार रखा गया। प्रदर्शनकारियों को चाणक्यपुरी थाने के पास रोक दिया गया। डीएसजीएमसी अध्यक्ष मनजिंदर एस सिरसा ने बताया कि सिख समुदाय के सदस्यों ने पाकिस्तान उच्चायोग को एक ज्ञापन सौंपा है। भाजपा और कांग्रेस के सदस्यों ने सड़क के दोनों ओर खड़े हो कर पाकिस्तान और खान के खिलाफ नारे लगाए। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भीड़ द्वारा पथराव एवं नारेबाजी की घटना की निंदा करते हुए शनिवार को कहा कि इस मामले में दोषियों पर कार्रवाई के लिए भारत सरकार को पाकिस्तान पर दबाव बनाना चाहिए। सोनिया ने एक बयान जारी कर ननकाना साहिब पर भीड़ द्वारा किए गए अवांछित और अकारण हमले की निंदा की। उन्होंने कहा कि सरकार को अपराधियों के खिलाफ तत्काल मामला दर्ज करने, उनकी गिरफ्तारी एवं कार्रवाई के लिए भी सरकार पर दबाव बनाना चाहिए।