प्रयागराज । कमिश्नरी बार एसोसिएशन के नवनिर्वाचित पदाधिकारियों व सदस्यों मंत्री मंडल को बुधवार को प्रयागराज कमिश्नर बार मे शपथ दिलाई। राधाकान्त ओझा ने कहा कि बार व बेंच में बेहतर समन्वय से वादकारियों को सस्ता, शीघ्र सुलभ न्याय मिल सकता है। उन्होंने कहा कि वकालत पेशा एक न्याय वाला है उन्होंने कई वर्ष तक वकालत की है।उसके बाद हाई कोर्ट बार का अध्यक्ष चुना गया हूं। वह अपने वकालत पीरियड के दौरान बार पदाधिकारी भी रहे। उन्होंने इन दोनों यानी बार और बेंच के अनुभव भी साझा किए।कहना चाहता हूं कि वकालत विश्व भर में अत्यंत सम्मानीय और गरिमामय पेशा है। भारत में भी वकालत गरिमामय और सत्कार के पेशे के तौर पर हर दौर में बना रहा है।समाज को वकीलों से अधिक योगदान किसी और पेशे का नहीं रहा। स्वतंत्रता संग्राम में वकीलों ने जमकर लोहा लिया है।महात्मा गांधी से लेकर बी आर अम्बेडकर तक लोग वकालत के पेशे से अपने जीवन की शुरुआत करने वाले रहे हैं। इन सब भारत की महान विभूतियों के प्रारंभिक पेशे वकालत ही रहे बाद में यह लोग भले राष्ट्रपति मंत्री हुए परन्तु प्रारंभ में वकील ही रहे। अधिवक्ता की गरिमा वर्तमान भारत में भी ज्यों की त्यों बनी हुई है। अनेकों पेशों का आज आधुनिक बाज़ारवादी युग में प्रवेश हुआ है पर वकालत की चमक पर कोई पॉलिश अब तक भरी नहीं हुई है। आज भी भारतभर में बड़ी संख्या में लोग अधिवक्ता के लिए रजिस्टर हो रहे हैं।इस सपथ में रहे अतिथि, न्याय मूर्ति शेखर यादव, अध्यक्ष उच्च न्यायालय राधा कांत ओझा, बार काउंसिल उपाध्यक्ष, राकेश पाठक, अपर आयुक्त प्रशासन पुष्पराज सिंह
अध्यक्ष-माधवानन्द यादव उपाध्यक्ष- विकाश मणि त्रिपाठी, प्रकाशन मंत्री- विमलेश शुक्ला ,कोषाध्यक्ष-अमित मिश्रा ,महांमत्री शीतला प्रसाद शुक्ला, वरिष्ठ उपाध्यक्ष नागेन्द्र बाजपेयी, अखिलेश पाण्डेय,आलोक शुक्ला सहित लोग मौजूद रहे।