चीन की चौखट पर इमरान की ना-पाक, विंटर ओलिंपिक में शामिल होने गए पाक ने क्‍यों लगाई कश्मीर पर गुहार?

चीन की राजधानी बीजिंग में एक बार फ‍िर पाकिस्‍तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कश्‍मीर का राग अलापा है। कश्‍मीर मसले पर कई बार मुंह की खाने के बाद भी वह अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। शीतकालीन ओलिंपिक खेलों में पहुंचे इमरान खान ने कश्‍मीर मामले को उठाकर अपनी कथनी और करनी में एक बार फ‍िर भेद किया है। इमरान खान ने बीजिंग में हो रहे ओलिंपिक खेलों में कश्‍मीर का मुद्दा क्‍यों उठाया। इसके क्‍या बड़े निहितार्थ हैं। आइए जानते हैं एक्‍सपर्ट की जुबानी। प्रो. हर्ष वी पंत का कहना है कि पाकिस्‍तान एक सोची समझी रणनीति के तहत यह हरकत करता है। ऐसा करके वह अपनी आतंकवादी हरकतों को दुनिया से छिपाने की काशिश करता है। ऐसा करके वह कश्‍मीर में होने वाली आतंकवादी वारदात को एक अलगाववादी घटना करार देना चाहता है। यही कारण है कि वह किसी भी मंच पर कश्‍मीर का मुद्दा उठाने से बाज नहीं आ रहा है। हालांकि, यहां भी उसे आश्वासन और एक बयान के अलावा कुछ खास हासिल नहीं हुआ। उन्‍होंने कहा कि दरअसल, कश्‍मीर का मुद्दा चीन को भी खूब रास आता है। वह पाकिस्‍तान के जरिए इस काम को अंजाम देता है। चीन कश्‍मीर के जरिए भारत-पाकिस्‍तान के सीमा विवाद को हवा देने की कोशिश करता है। भारत-चीन सीमा विवाद के बाद वह कश्‍मीर मुद्दे को पाकिस्‍तान से उठाकर दुनिया को यह दिखाना चाहता है कि भारत का सीमा विवाद कई देशों से है। इस काम के लिए वह कई बार नेपाल को भी भड़का चुका है। चीन, भारत के पड़ोसी मुल्‍कों को उसके खिलाफ भड़काने की कोशिश में जुटा रहता है।

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