भारतीय क्रिकेट टीम ने पिछले कुछ सालों में टेस्ट क्रिकेट में दमदार प्रदर्शन के दम पर जीत हासिल की है। आस्ट्रेलिया को आस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज में भारतीय टीम ने एक बार नहीं बल्कि दो बार हराया। इस जीत को पूर्व भारतीय कप्तान सुनील गावस्कर सबसे बड़ी मानते हैं। उनका मानना है कि इस जीत का महत्व भारतीय क्रिकेट में बहुत ही ज्यादा है।
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छले साल ऑस्ट्रेलिया में चोटों से जूझने के बावजूद भारत की अविश्वसनीय टेस्ट जीत को याद करते हुए महान खिलाड़ी सुनील गावस्कर ने कहा कि यह प्रदर्शन टीम की अब तक की सबसे बड़ी सफलता में से एक है और इसे देश के क्रिकेट इतिहास का स्वर्णिम अध्याय माना जा सकता है।सीरीज के पहले टेस्ट की दूसरी पारी में अपने सबसे कम स्कोर महज 36 रन पर आउट होने और करारी शिकस्त झेलने के बाद भारतीय टीम ने शानदार वापसी करते हुए ऑस्ट्रेलिया को 2-1 से हराया। अजिंक्य रहाणे की कप्तानी में टीम ने मेलबर्न में जीत दर्ज की और फिर सिडनी में मुश्किल परिस्थितियों में रविचंद्रन अश्विन और हनुमा विहारी के संघर्ष ने मैच को ड्रा करवाया। ऑस्ट्रेलिया के अभेद्य किले माने जाने वाले गाबा (ब्रिसबेन) मैदान पर खेले गए निर्णायक मैच में भारत ने आखिरी दिन रिषभ पंत की शानदार बल्लेबाजी से यादगार जीत दर्ज की।गावस्कर ने कहा, ‘पिछले साल की शुरुआत में आस्ट्रेलिया में भारत की जीत भारतीय क्रिकेट इतिहास की सबसे बड़ी सफलता में से एक मानी जाएगी। अपने सबसे कम टेस्ट स्कोर 36 रन पर आउट होने के बाद मनोबल को उठाना और फिर एक बड़ी टीम को उसकी घरेलू सरजमीं पर हराना खिलाडि़यों के दृढ़ संकल्प के अलावा कप्तान, कोच रवि शास्त्री और उनके समर्थन समूह द्वारा निभाई गई नेतृत्व भूमिकाओं को दर्शाता है। मुझे इस दौरान वहां मौजूद रहने और भारतीय क्रिकेट के इतिहास के एक सुनहरा अध्याय को देखने का सौभाग्य मिला।’