कोरोना वायरस संक्रमण की तीसरी लहर उत्तर प्रदेश में तेजी से प्रसार कर रही है। ओमिक्रान वैरिएंट के साथ ही कोरोना वायरस संक्रमण के बढऩे से सरकार ने भी बचाव पर जोर देने का आग्रह किया है। प्रदेश में बीते 24 घंटे में 8334 नए संक्रमित मिले हैं। इस तरह से अब प्रदेश में कोरोना वायरस के 33946 एक्टिव केस हैं।
प्रदेश के अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि बीते 24 घंटों में दो लाख एक हजार 465 सैम्पल की जांच में 8334 नए संक्रमितों की पुष्टि हुई। इसी अवधि में 335 लोग कोरोना के संक्रमण से उबरे भी हैं। प्रदेश में वर्तमान में कुल 33,946 एक्टिव केस हैं। इनमें से 33,563 लोग तो होम आइसोलेशन में स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं। फिलहाल बहुत कम संख्या में लोगों को अस्पताल की जरूरत पड़ रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह वैरिएंट पूर्व के वैरिएंट्स की तुलना में बहुत कम नुकसानदेह है। वैक्सीन कवर ले चुके स्वस्थ-सामान्य व्यक्ति के लिए बड़ा खतरा नहीं है। कोरोना प्रोटोकॉल का हर हाल में अनुपालन जरूरी है। घबराने की नहीं, सावधानी और सतर्कता की जरूरत है।अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि प्रदेश में रविवार को 12,01,597 लोगों को वैक्सीन की डोज दी गई। जिनमें से 2,49,079 डोज 15 से 18 वर्ष के बच्चों को लगाई गई हैं। 18 वर्ष से अधिक आयु के लोगों में अब तक 13,23,06,731 लोगों को पहली डोज दी गई। प्रदेश में 89.75 प्रतिशत पात्र लोगों को पहली डोज मिली है। इसके साथ 13 करोड़ 23,06,731 लोगों में से सात करोड़ 91,46,015 लोगों ने दूसरी डोज ली है। इनमें पात्र लोगों का प्रतिशत 53.69 है। 18 वर्ष से अधिक आयु वर्ग में अब तक कुल 21 करोड़ 14,52,746 लोगों को कोरोना वैक्सीन की डोज दी गई है। 15 से 18 वर्ष के बच्चों में अब तक 24,22,915 बच्चों को पहली डोज लगाई गई है। टीके की उपयोगिता को देखते हुए जल्द से जल्द सभी पात्र लोगों का वैक्सीनेशन किया जाए। अब तो अधिकाधिक स्कूलों में विशेष शिविर लगाए जा रहे हैं। कोविड से बचाव के लिए टीकाकरण का कार्य प्रदेश में सुचारु रूप से चल रहा है। आज से सभी कोरोना वॉरियर्स, हेल्थकेयर व फ्रंटलाइन वर्कर्स तथा 60 वर्ष से ऊपर की आयु के को-मॉर्बीडिटीवाले नागरिकों को प्री-कॉशन डोज दी जा रही है। भारत सरकार के निर्देशों के अनुरूप हर पात्र व्यक्ति को प्री-कॉशन डोज जरूर दी जा रही है। पुलिस बल के हर सदस्य को प्री-कॉशन डोज दी जा रही है।