मुविवि में योग अमृत महोत्सव का आयोजन
प्रयागराज । उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय, प्रयागराज के पंडित दीनदयाल उपाध्याय शोध पीठ के तत्वावधान में बुधवार को योग अमृत महोत्सव का आयोजन किया गया। योग महोत्सव का उद्घाटन कुलपति प्रोफेसर सीमा सिंह ने दीप प्रज्ज्वलन एवं पंडित दीनदयाल उपाध्याय के चित्र पर माल्यार्पण करके किया। इस अवसर पर उन्होंने राजर्षि टंडन की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। योग अमृत महोत्सव की अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रोफेसर सीमा सिंह ने योग के विभिन्न पक्षों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि संज्ञानात्मक, भावनात्मक एवं क्रियात्मक पक्षों का समुच्चय ही योग है। योग हमें सिखाता है कि हमें जीवन में एक दूसरे से जुड़ना चाहिए।हमें व्यक्ति, समाज, विश्व और सबसे ज्यादा प्रकृति के साथ जुड़ना पड़ेगा। योग में पारंगत होने के लिए प्रकृति प्रदत्त नियमों का पालन करना पड़ेगा। प्रोफेसर सिंह ने कहा कि हमें विश्वबंधुत्व की भावनाओं को साकार करना है। हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि योग ने ही भारत की पहचान पूरे विश्व में बनाई है।
कुलपति प्रोफेसर सिंह ने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय शोध पीठ इस दिशा में सार्थक प्रयास करेगी। उन्होंने शोध पीठ के विकास हेतु आर्थिक सहायता देने की घोषणा की। साथ ही शिक्षकों का आह्वान किया कि वह पंडित दीनदयाल उपाध्याय एवं अन्य महापुरुषों के जीवन चरित्र पर शोध कार्य कर विश्वविद्यालय को आगे ले जाने में अपना योगदान करें।
इससे पूर्व अतिथियों का स्वागत पंडित दीनदयाल उपाध्याय शोध पीठ के निदेशक प्रोफेसर गिरजा शंकर शुक्ल ने किया। योग अमृत महोत्सव में योग प्रशिक्षण अमित कुमार सिंह द्वारा दिया गया। संचालन डॉ दीप्ति श्रीवास्तव एवं धन्यवाद ज्ञापन कुलसचिव प्रोफेसर पी पी दुबे ने किया। इसके उपरांत समरसता भोज का भी आयोजन किया गया।