प्रयागराज जंक्शन एवं कानपुर सेंट्रल स्टेशन का होगा पुनर्विकास
प्रयागराज। स्टेशनों को पुनर्विकसित करने हेतु शुक्रवार को प्रयागराज मंडल के “संकल्प” सभागार में मंडल रेल प्रबंधक प्रयागराज मंडल मोहित चंद्रा की अध्यक्षता में एक बैठक हुई। जिसमें प्रयागराज जंक्शन एवं कानपुर सेंट्रल स्टेशन को पुनर्विकास करने की योजना पर चर्चा की गई।
मंडल प्रबंधक ने कहा कि स्टेशनों को पुनर्विकसित किये जाने के क्रम में यात्री हमारे केंद्र बिंदु होने चाहिए। रेलवे का प्रयोग सभी वर्गों के यात्रियों द्वारा किया जाता है। उन्होंने कहा कि पुनर्विकास के समय असामान्य स्थितियों जैसे कोहरे, भारी बरसात, गर्मी आदि को ध्यान में रखना आवश्यक है। उन्होने यह भी कहा कि प्रयागराज धार्मिक भूमि है, यहां कुम्भ जैसे विश्व के सबसे बड़े मानव समागमों का भी आयोजन होता है। इन स्टेशनों का विकास इस प्रकार की स्थिति को भी ध्यान में रख कर किया जाना होगा। उन्होंने आगे कहा कि आगामी 40 से 50 साल की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए स्टेशन के पुनर्विकास के कार्यों को किया जाना चाहिए। सभी विभागों के अधिकारियों को निर्देशित किया कि भविष्य के अनुरूप आवश्यकताओं को चिन्हित कर भारतीय रेल स्टेशन विकास निगम लिमिटेड को दिया जाये। कहा कि स्टेशनों को विकसित करने में परिचालन आवश्यकताओं को प्रमुखता से ध्यान में रखा जाना चाहिए।
इस अवसर पर भारतीय रेल स्टेशन विकास निगम लिमिटेड की ओर से सीजीएम वी.बी सूद ने प्रयागराज स्टेशन एवं कानपुर स्टेशन को विकसित किये जाने के क्रम में एक पावर प्वाइंट प्रस्तुतीकरण किया। बताया कि स्टेशन को विकसित करने में यात्री सुविधाओं का विशेष ध्यान रखा गया है। उन्हांेने अवगत कराया कि विकास के क्रम में हेरिटेज की श्रेणी में दर्ज स्टेशन बिलिं्डगों को भी पूर्ण रूप में संरक्षित किया जायेगा। बताया कि रेल यात्रियों, दिव्यांगों, बच्चों एवं बुजुर्गों सभी की आवश्यकताओं, आपात स्थिति में इमरजेंसी इवेक्युएशन प्लान, आदि का पूरा ध्यान रखते हुए बनाया गया है। इस अवसर पर अपर मण्डल रेल प्रबंधक सामान्य अनुराग अग्रवाल, अपर मण्डल रेल प्रबंधक इंफ्रा अतुल कुमार गुप्ता सहित मण्डल के सम्बंधित शाखाधिकारी एवं अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ मण्डल इंजीनियर पीयूष कुमार मिश्र ने किया।