प्रयागराज । महाप्रबंधक उत्तर मध्य और पूर्वोत्तर रेलवे विनय कुमार त्रिपाठी ने प्रयागराज जंक्शन स्टेशन पर संयुक्त क्रू लॉबी का निरीक्षण किया। मंडल रेल प्रबंधक प्रयागराज मोहित चंद्रा, सीईएलई पी डी मिश्रा, सीएमपीई अनिल द्विवेदी और लोको रनिंग विंग से जुड़े अन्य अधिकारी क्रू लॉबी के निरीक्षण के दौरान उपस्थित थे। यह संयुक्त दल लॉबी प्रयागराज-पं दीन दयाल उपाध्याय, प्रयागराज-कानपुर, प्
क्रू लॉबी प्रयागराज द्वारा बनाए गए इस ब्रेथलाईज़र से संपर्क रहित तरीके से रनिंग स्टाफ़ की अनिवार्य श्वसन जाँच सुनिश्चित की जा रही है, और संपर्करहित जाँच से कोविड -19 संक्रमण के प्रसार से बचाव हो रहा है। मशीन पर स्थापित कैमरा इस अनिवार्य परीक्षण को पूरा करने वाले चालक दल का रिकॉर्ड रखता है। महाप्रबंधक द्वारा क्रू लॉबी प्रयागराज में उपलब्ध कंप्यूटर प्रशिक्षण परामर्श प्रणाली और अन्य प्रशिक्षण व्यवस्थाओं का भी निरीक्षण किया गया। उत्तर मध्य रेलवे में लागू कंप्यूटर आधारित परामर्श प्रणाली सुगठित परामर्श के साथ ही चालक दल के प्रदर्शन का मूल्यांकन भी सुनिश्चित करती है जिससे रनिंग स्टाफ के बेहतर प्रशिक्षण में सहायता मिलती है।
महाप्रबंधक श्री त्रिपाठी ने संपर्क रहित ब्रेथेलाइज़र परीक्षण और कंप्यूटर आधारित प्रशिक्षण प्रणाली जैसे नवाचारों से जुड़े प्रयागराज मंडल के प्रयासों की सराहना की और सलाह दी कि इन अच्छे कार्यों को व्यापक कार्यान्वयन के लिए सभी जोनल रेलवे और रेलवे बोर्ड के साथ साझा किया जाना चाहिए। महाप्रबंधक ने क्रू लॉबी प्रयागराज के लिए एक सामूहिक नकद पुरस्कार की भी घोषणा की।
महाप्रबंधक वी के त्रिपाठी ने रनिंग स्टाफ, लोको इंस्पेक्टरों और ट्रेन संचालन से जुड़े अन्य अधिकारियों के साथ भी बातचीत की और बल देते हुए कहा कि चालक दल द्वारा जटिल यार्डों की रूट लर्निंग सीखना संरक्षायुक्त ट्रेन संचालन के लिए महत्वपूर्ण है। उन्होंने सुरक्षित ट्रेन संचालन के लिए यार्ड में प्रत्येक सिग्नल स्थान की बेहतर समझ और यार्ड में अन्य महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों की लोकेशन की जानकारी के लिए क्रू द्वारा यार्ड के भौतिक सर्वेक्षण और यार्ड आरेख बनाने का भी निर्देश दिया। महाप्रबंधक ने क्रू लॉबी में कोविड -19 संबंधित व्यवस्थाओं का भी निरीक्षण किया और रनिंग स्टाफ को कोविड -19 संक्रमण से बचाने के लिए क्रू लॉबी द्वारा किए गए समग्र प्रयासों पर संतोष व्यक्त किया।
इसके उपरांत महाप्रबंधक ने उत्तर मध्य रेलवे पर संरक्षा , समय पालनता , माल लदान, गतिशीलता सुधार कार्यों, राजस्व सृजन, स्क्रैप बिक्री और अन्य महत्वपूर्ण प्रदर्शन मापदंडों की स्थिति की भी समीक्षा की। इस वर्ष अब तक उत्तर मध्य रेलवे ने पिछले वर्ष की तुलना में 85% के सुधार के साथ मालगाड़ियों की औसत गति को 44.70 किलोमीटर प्रति घंटे क बनाए रखा गया है। प्रदर्शन की समीक्षा करते हुए महाप्रबंधक श्री त्रिपाठी ने मालगाड़ियों के नियमित आधार पर 50 किलोमीटर प्रति घंटे की औसत गति से अधिक पर संचालन के लिए प्राथमिकता के आधार पर आवश्यक इनपुट पर चर्चा की।