400 करोड़ रुपये की ठगी के मामले में मुख्य आरोपी अभिषेक द्विवेदी गिरफ्तार

प्राॅपर्टी-शेयर में निवेश के नाम पर 400 करोड़ रुपये की ठगी के मामले में फरार चल रहे अभिषेक द्विवेदी को पुलिस ने रविवार को पानीपत से गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने उसको शरण देने वाले को भी गिरफ्तार किया है। दोनों जल्द ही प्रयागराज लाया जाएगा। यहां पर उसके खिलाफ धोखाधड़ी, जालसाजी सहित विभिन्न मामलों में मुकदमा दर्ज है। पुलिस उसकी लंबे समय से तलाश कर रही थी। उसको गिरफ्तार करने के लिए कई टीमें गठित की गई थीं। उसकी पत्नी निहारिका द्विवेदी अभी भी पुलिस की पहुंच से दूर है। पुलिस की टीमें उसकी भी तलाश कर रही हैं।

बीते छह जून को शिवकुटी थाने में मुकदमा दर्ज होने के बाद पुलिस ने अबतक कुल तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इसमें पुलिस ने सबसे पहले अभिषेक के पिता ओमप्रकाश, निहारिका की मां निरुपमा और फिर निहारिका के ड्राइवर को गिरफ्तार किया। मामले में पुलिस को दाे मुख्य आरोपी निहारिका और अभिषेक की तलाश है।,

कंपनी की शुरुआत वर्ष 2020 में हुई थी। उस दाैरान कंपनी सिविल लाइंस स्थित हनुमान मंदिर के पास थी। लेकिन, तब वह ऑफिस किराये पर था। बाद में निहारिका वेंचर्स एंड डेवलपर्स ने अपना व्यावसायिक ऑफिस सिविल लाइंस स्थित लैंडमार्क में ले लिया था। छह महीने पहले ही यहां ऑफिस शिफ्ट किया गया था। लेकिन, जब पीड़ितों को पैसा नहीं मिला तो ऑफिस बंद होने के बारे में निवेशकों को जानकारी हुई।

इन-इन जगहों पर मिलीं 14 संपत्तियां

गोविंदपुर में इनके अपने घर के अलावा अलकनंदा में तीन अपार्टमेंट हैं। सिविल लाइंस के सरोजनी अपार्टमेंट में एक फ्लैट, सिविल लाइंस के साईं लैंडमार्क में एक ऑफिस, नैनी स्थित रुद्रा आकृति में तीन फ्लैट, झूंसी के पारस नारायण में दो फ्लैट हैं। वहीं, लखनऊ में यमुना विहार काॅलोनी में एक घर है, जो निहारिका के नाम से हैं। इसके अलावा मिर्जापुर में एक प्लाट और नोएडा के वेब अपार्टमेंट में एक फ्लैट हैं। यह संपत्ति ओमप्रकाश, निहारिका, अभिषेक व उसके भाई के नाम पर है।

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