2 अगस्त को क्या पूरे दिन बांध सकते हैं राखी? ज्योतिषाचार्य से जानें मत

इस साल रक्षा बंधन की तिथि को लेकर लोगों के बीच कंफ्यूजन की स्थिति है। सावन मास की पूर्णिमा दो दिन 11 व 12 अगस्त को है। इस पर कुछ ज्योतिषाचार्यों का मत है कि 11 अगस्त को भद्रा खत्म होने के बाद पूर्णिमा और श्रवण नक्षत्र योग में गुरुवार को राखी का त्योहार मना सकते हैं, जबकि कुछ का कहना है कि उदयातिथि में रक्षाबंधन का त्योहार मनाना अति उत्तम रहेगा। अगर आप 12 अगस्त को राखी मना रहे हैं तो, जान लें क्या पूरे दिन राखी बांधने का शुभ मुहूर्त रहेगा-

ज्योतिषाचार्यों का मत-

11 अगस्त को पूर्णिमा तिथि सुबह करीब 09 बजकर 35 मिनट पर शुरू होगी, जो कि अगले दिन करीब सुबह 07 बजकर 16 मिनट तक रहेगी। 11 अगस्त को सुबह 10 बजकर 38 मिनट पर भद्रा शुरू होगी , जो कि रात 08 बजकर 25 मिनट पर समाप्त होगी। विद्वानों का तर्क है कि भद्रा का वास चाहे आकाश हो या स्वर्ग, जब तक भद्रा पूर्णतया खत्म न हो जाए तब तक रक्षा बंधन का पर्व नहीं मनाना चाहिए। ज्योतिषर्विदों का मत है कि 11 अगस्त, गुरुवार को रात 08 बजकर 25 मिनट के बाद ही राखी बांधना शुभ रहेगा।

11 अगस्त को क्यों नहीं बांधे राखी-

ज्योतिषाचार्यों का कहमा है कि 11 अगस्त को भद्रा पाताल लोक में रहेगी। जिसका धरती पर अशुभ असर नहीं होगा। इसलिए 11 अगस्त को राखी का त्योहार मना सकते हैं। लेकिन कुछ विद्वानों का मत है कि ऋषियों ने पूरे ही भद्राकाल को अशुभ बताया है। इसलिए भद्रा काल खत्म होने के बाद ही राखी बांधनी चाहिए।

12 अगस्त को क्या पूरे दिन बांध सकेंगे राखी-

12 अगस्त को पूर्णिमा तिथि सुबह सिर्फ 02 घंटे तक रहेगी और इसके बाद प्रतिपदा तिथि शुरू होगी। इसलिए 12 अगस्त को सुबह 07 बजे से पहले ही रक्षा बंधन का त्योहार मनाना शुभ रहेगा। 12 अगस्त को सुबह पूर्णिमा तिथि भी होगी और भद्रा का साया भी नहीं रहेगा।

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