हिन्दी कविता : अच्छा मैं जा रहा हु

बड़े अरमानो से सभी मेरा स्वागत किया था, लाखो लाख बधाई सभी ने दिया था, मेरे आने की खुशी में सारे जहाँ ने खूब जन्स मनाया था,सारा गांव शहर रौशनी से नहाया था, बड़े अरमान बड़े सपने सजोकर मैं भी आया था, पर अब मुझे आप सभी छमा करना मैं जा रहा हु,,,2 सुरुवात बड़ी अच्छी थी अचानक कुछ हो गया, चीन की बुरी नियत का शिकार मैं हो गया, करोना महामारी की बीमारी कोढ़ बनकर

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