हरियाणा में भाजपा को आम आदमी पार्टी ने दिया तगड़ा झटका

आखिरकार जिले में भाजपा का एक मजबूत स्तंभ पूर्व विधायक उमेश अग्रवाल के रूप में ढह गया। बगावती तेवर अपनाने की वजह से उन्हें पिछले विधानसभा चुनाव में टिकट से वंचित कर दिया गया था। इस वजह से वह पार्टी संगठन से नाराज चल रहे थे। आम आदमी पार्टी (आप) में शामिल होते ही उन्होंने भाजपा के ऊपर हमला बोलते हुए कहा कि कर्मठ और निष्ठावान कार्यकर्ताओं का उसमें कोई सम्मान नहीं। जिन कार्यकर्ताओं ने भाजपा को खून-पसीने से सींचा था, उन्हें ही दरकिनार कर दिया गया। यही वजह रही कि 2019 के विधानसभा चुनाव में पार्टी बहुमत का आंकड़ा नहीं छू सकी। उनका दावा है कि जल्द ही हजारों भाजपा कार्यकर्ता आप में शामिल होंगे।

आप के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल आम आदमी को साथ लेकर चलते हैं। यही वजह है कि दिल्ली के बाद पंजाब में पार्टी को भारी जीत हासिल हुई है।

दरअसल, पंजाब विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी (आप) की भारी जीत हासिल होते ही आशंका जताई जा रही थी कि भाजपा ही नहीं बल्कि अन्य पार्टियों के असंतुष्ट नेता पाला बदल सकते हैं। सोमवार को आशंका हकीकत में बदल गई। उमेश अग्रवाल दिल्ली स्थित आप कार्यालय पहुंचे और सदस्यता ग्रहण कर ली। आप में शामिल होने के साथ ही जिले में राजनीतिक पारा चढ़ गया है।राजनीतिक जानकारों का मानना है कि एक ही झटके में आप को जिले में एक दमदार नेता मिल गया। इसका असर जिले में होने वाले सभी तरह के चुनाव पर दिखाई देगा। पूरी उम्मीद है कि आगामी विधानसभा चुनाव में पार्टी उन्हें गुड़गांव से टिकट देगी। ऐसे में मुकाबला काफी कड़ा होगा। वर्ष 2014 में गुड़गांव विधानसभा क्षेत्र से उन्होंने 80 हजार से अधिक मतों से जीत हासिल की थी। उमेश अग्रवाल का कहना है कि उन्होंने जनहित के मुद्दे उठाए थे। उसे ही सरकार और संगठन ने बगावत समझ लिया था। उन्होंने एक निष्ठावान जनप्रतिनिधि की जिम्मेदारी निभाई थी।

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