खालिस्तानी समर्थक नेता की हत्या पर भारत-कनाडा के बीच बढ़ते राजनयिक तनाव के बीच ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंथनी अल्बानीज़ ने बुधवार को कहा कि कैनबरा फ़ाइव आइज़ ग्रुप के हिस्से के रूप में होने वाली अपनी सुरक्षा ब्रीफिंग के बारे में बात नहीं करता है। यह पूछे जाने पर कि क्या ऑस्ट्रेलियाई सरकार को कथित हत्या के बारे में सुरक्षा ब्रीफिंग मिली है, अल्बनीस ने कहा कि हम फाइव आइज समूह के हिस्से के रूप में सुरक्षा ब्रीफिंग के बारे में बात नहीं करते हैं। अमेरिका, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया, न्यूज़ीलैंड और कनाडा के पांच सदस्य देशों वाली फ़ाइव आइज़ एलायंस ने आरोपों को गंभीर बताया।
अल्बानीज़ ने आगे कहा कि उन्होंने अपने कनाडाई समकक्ष जस्टिन ट्रूडो के साथ चर्चा की है लेकिन वह इसका खुलासा नहीं करना चाहते और न ही इसे गोपनीय रखना चाहते हैं। ठीक है, मेरी प्रधानमंत्री ट्रूडो के साथ चर्चा होती है लेकिन एक चीज जो मैं करता हूं, अपने पूर्ववर्ती के विपरीत, मैं टेक्स्ट संदेश नहीं भेजता, मैं उन चर्चाओं को गोपनीय रखता हूं। जस्टिन ट्रूडो मेरे एक मित्र हैं, वह कनाडा के एक अच्छे प्रधानमंत्री हैं। मुझे जी20 (शिखर सम्मेलन) में उनके साथ जुड़कर खुशी हुई। उन्होंने कनाडाई सरकार की ओर से इस बारे में अपनी चिंता व्यक्त की है और ऑस्ट्रेलियाई विदेश मंत्री पेनी वोंग ने भी चिंता व्यक्त की है।
ऑस्ट्रेलियाई विदेश मंत्री पेनी वोंग ने पहले खालिस्तानी नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत की कथित भूमिका के बारे में कनाडाई आरोपों को चिंताजनक बताया था। उन्होंने यह भी कहा कि मामले की जांच चल रही है और ऑस्ट्रेलिया घटनाक्रम पर नजर रखना जारी रखेगा। इस बीच, भारतीय विदेश मंत्रालय (एमईए) ने आज कनाडा में रहने वाले अपने नागरिकों और छात्रों को बढ़ती भारत विरोधी गतिविधियों और घृणा अपराधों के कारण अत्यधिक सावधानी बरतने की सलाह जारी की है।