जितेंद्र कुमार सिंह
प्रयागराज । कान्हा श्याम होटल में प्रेस काफ्रेंस में बताया।डॉ० सुरेन्द्र वर्मा,सेवानिवृत्त अतिरिक्त महानिदेशक,स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण तथा वी.बी.डी.एफ के संस्थापक के रूप में कहा कि आज युवाओं के बढ़चढ़ कर रक्त दान को एक क्रान्ति के रूप इसे घर-घर पहुंचाएं और घर-घर रक्तदाता को एक मूहिम की तरह अपनाएं। प्रत्येक व्यक्ति जिसकी उम्र 18 वर्ष से ऊपर एवं 65 वर्ष के बीच हो उसे अपना रक्त समूह अवश्य जानना चाहिए। स्वैच्छिक रक्तदाता फोरम के 33 वर्षों से लगातार कार्य करते हुए उसकी विशेष सराहना की। कार्यक्रम में उपस्थित विदुप अग्रहरी प्रबंधक निदेशक कान्हा श्याम ने अपने व्यक्तव्य में वी.बी.डी.एफ.के द्वारा संचालित समस्त कार्यक्रमों के बारे में विस्तार से बताया और कहा कि रक्तदान एक महादान है और इस यज्ञ में प्रयागराज में प्रत्येक व्यक्ति के अपने स्तर पर अधिक से अधिक किसी भी रूप में मदद करनी चाहिए। स्वैच्छिक रक्तदाता फोरम के शुरुआत से कान्हा श्याम ने इसे अपना एक संकल्प के रूप में स्वीकार किया और यथा संभव सहयोग देने का प्रयास किया। डी.पी.एस.चौहान, वी.बी.एफ.के अधिशासी अधिकारी ने कार्यक्रम में उपस्थित अतिथियों का स्वागत किया।पद्मश्री डा.बी पाल थेलियत ने बी.वी.डी.एफ.के संरक्षक के रूप में कार्य करते हुए अपने अनुभव को बताया कि कैसे समय-समय पर तमाम कैंसर से पीड़ित मरीजों को रक्त की आपूर्ति में संस्था का सहयोग प्रदान किया जाता रहा है। बादल चटर्जी,भूतपूर्व प्रयागराज आयुक्त ने अपने कार्यकाल में फोरम द्वारा आयोजित भारत-नेपाल साइकिल रैली के बारे में विस्तार से बताया और कहा कि जिंदगी में अपने . प्रशासनिक कार्यकाल में एक सुनियोजित एक स्वच्छ ईमानदार संस्था के रूप में वीबीडीएफ ने अपने कार्यों से प्रयागराज की बहुत सेवा की है और इसके फलस्वरूप में संस्था को कई उपलब्धियां हुई है जिनमें सरकार द्वारा 920.20 वर्ग मी० जमीन का आवंटन भी विशेष चर्चित रहा । कार्यक्रम का मूल उद्देश्य आने वाले 14 जून (विश्व रक्तदान दिवस)को प्रयागराज में मनाने की एक घोषणा के रूप में बताते हुए कार्यक्रम में उपस्थित तथा अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापन करते हुए सेवानिवृत्त मुख्य चिकित्सा अधिकारी नगर निगम डा.अरुण ने कहा कि आज प्रयागराज में 18 रक्तकोष है लेकिन आज भी रक्त की कमी बनी रहती है।
इस कार्यक्रम में कई रक्तदानियों को सम्मानित किया गया। जिनमें मुख्यतः कैप्टन सैयद मोहम्मद नक्वी जिन्होंने उत्तर प्रदेश एवं प्रयागराज का नाम 131 बार रक्तदान करके एक कीर्तिमान स्थापित किया और उन्हें संस्था के चीफ पेट्रन जस्टिस सुधीर चन्द्र वर्मा मेमोरियल अवार्ड दिया गया। प्रयागराज में सबसे पहले रक्तदाताओं को प्रेरित करने का संकल्प लेने वाली महिला श्रीमती शैल जयसवाल मेमोरियल अवार्ड पवन शर्मा को दिया गया तथा वीबीडीएफ के जुचारू साथ स्व. दीपक निगम मेमोरियल अवार्ड 59 बार रक्तदाता श्रीमती रश्मि त्रिपाठी को दिया गया। इसके अलावा कार्यक्रम में उपस्थित कई संस्थाओं एवं रक्तदाताओं, मोटीवेटरों को प्रशस्ती पत्र एवं सम्मान दिया गया जिसमें मुख्यतः बीशू भट्टाचार्य,शाहिद अस्करी, डॉ.शान्ती चौधरी,हसन नक्वी, नवीन प्रजापति,हुमानिटि फाउण्डेशन के संजीव चावला, अशद,रचित सचदेवा (रक्त संकल्प ),तरुण कक्कड़, भ्लारत हिरानी,पंकज जैसवाल,एस.के. त्रिपाठी,आशीष मित्र(पुलिस) देवेश जैसवाल,सुभाष तिवारी,पं. हरिशंकर द्विवेदी,जयन्तों दे, श्रीमती संगीता बनर्जी आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन उजमा जबीन खान एवं अमिता बनर्जी ने किया।