बच्चों के ग्रोथ में केसीन युक्त दूध ही फायदेमंद
प्रयागराज। अच्छा एवं शुद्ध भोजन के साथ अच्छी निद्रा शरीर को स्वस्थ बनाते हैं। कोई भी देश तब तरक्की करता है एवं शक्तिशाली बनता है जब उस देश के बच्चे शारीरिक व मानसिक रूप से स्वस्थ हों। स्वस्थ बच्चों से ही किसी भी देश का विकास सम्भव है, स्वस्थ बच्चे ही देश का भविष्य है। इसलिए बच्चों के स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देना जरूरी है।
यह बातें एसकेआर योग एवं रेकी शोध प्रशिक्षण और प्राकृतिक संस्थान प्रयागराज रेकी सेंटर में स्पर्श चिकित्सा के प्रख्यात ज्ञाता सतीश राय ने रविवार को सम्बोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि सरकारों को इस पर भी ध्यान देना होगा कि जो दूध के पैकेट बाजार में उपलब्ध है वे शुद्ध हो। स्तनधारी प्राणियों के दूध में फास्फो प्रोटीन पाई जाती है, जिसे केसीन कहते हैं। यह दूध में दुग्ध प्रोटीन के रूप में रहता है, जो शरीर के लिए बेहद लाभकारी है। कैसीन धीमी गति से पचने वाला प्रोटीन है, शरीर में मांसपेशियों को बढ़ाने एवं वजन को नियंत्रित करता है। यह शरीर के टूटे-फूटे टिशू की मरम्मत करता है। यह व्यायाम के बाद रिकवरी में भी सहायता करता है। स्वास्थ्य को ठीक रखने में मदद करता है। दूध की कम्पनियां इन्हें दूध से निकालकर दवा की कम्पनियों को बेचकर ज्यादा मुनाफा कमाती है। बड़े-बड़े कम्पनियों के पैकेट दूध जो बाजारों में मौजूद है उसमें केसीन नहीं होता है निकाल लिया जाता है।
राय ने कहा कि वैसे सभी माताएं अपने बच्चों को दूध जरूर देती हैं। वह सोचती है कि दूध से हमारे बच्चे स्वस्थ रहेंगे, इनकी ग्रोथ सही होगी। इसमें लगभग सभी प्रकार के मिनरल्स एवं विटामिन पाए जाते हैं। दूध में 85þ जल और शेष भाग ठोस तत्व के रूप में खनिज-वसा अर्थात विटामिन ए, डी, के, ई सहित मैग्नीशियम, आयोडीन, फास्फोरस भी होती हैं यह शरीर की इम्यूनिटी भी बढ़ाती है।
सतीश राय ने कहा कि केसीन रोगाणु रोधी ऑक्सीकरण रोधी उच्च रक्तचाप रोधी एवं पेप्टाइड्स (जो प्रोटीन से छोटे-छोटे अणु) होते हैं जो सभी प्रकार की बीमारियों से शरीर की रक्षा करते हैं। शरीर की इम्युनिटी बढ़ाने में दूध का बहुत महत्व है। लेकिन यह तभी सम्भव है जब दूध शुद्ध हो मिलावट ना हो।