महाराष्ट्र और सौराष्ट्र के बीच अहमदाबाद में विजय हजारे ट्रॉफी का खिताबी मुकाबला खेला गया। सौराष्ट्र की टीम 14 साल बाद फिर से विजय हजारे टूर्नामेंट की चैंपियन बन गई है। पिछली बार टीम 2008 में चैंपियन बनी थी। महाराष्ट्र के कप्तान ऋतुराज गायकवाड़ पर सौराष्ट्र के शेल्डन जैक्सन की पारी भारी पड़ी। सौराष्ट्र ने पांच विकेट से मैच और खिताब अपने नाम किया।
सौराष्ट्र के कप्तान जयदेव उनादकट ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला लिया था। महाराष्ट्र ने 50 ओवर में नौ विकेट गंवाकर 248 रन बनाए। ऋतुराज ने 108 रन की पारी खेली। जवाब में सौराष्ट्र ने 46.3 ओवर में पांच विकेट गंवाकर लक्ष्य हासिल कर लिया। शेल्डन 136 गेंदों में 133 रन बनाकर नाबाद रहे।महाराष्ट्र की नजर पहली बार चैंपियन बनने पर थी। टीम पहली बार फाइनल खेल रही थी। वहीं, सौराष्ट्र दूसरी बार 50 ओवर के इस टूर्नामेंट को अपने नाम करने उतरा था। सौराष्ट्र की टीम फाइनल पर महाराष्ट्र पर दबाव बनाने में कामयाब रही और दूसरी बार चैंपियन बनी। ऋतुराज की शतकीय पारी पर शेल्डन जैक्सन ने पानी फेर दिया। टूर्नामेंट में सौराष्ट्र के तेज गेंदबाजों का दबदबा रहा है तो वहीं, महाराष्ट्र के बल्लेबाजों ने शानदार प्रदर्शन किया।इससे पहले महाराष्ट्र की शुरुआत खराब रही। पवन शाह चार रन बनाकर आउट हुए। वहीं, सत्यजीत बचाव ने 27 रन की पारी खेली। अंकित बावने कुछ खास नहीं कर सके और 22 गेंदों में 16 रन बनाकर आउट हुए। कप्तान ऋतुराज गायकवाड़ ने शतक जड़ा। वह 131 गेंदों में सात चौके और चार छक्के की मदद से 108 रन बनाकर रन आउट हुए।
विजय हजारे टूर्नामेंट के इस सीजन में यह ऋतुराज का लगातार तीसरा शतक रहा। इससे पहले यूपी के खिलाफ उन्होंने नाबाद 220 रन और असम के खिलाफ सेमीफाइनल में 168 रन की पारी खेली थी। इसके अलावा ऋतुराज रेलवेज के खिलाफ टूर्नामेंट की शुरुआत में नाबाद 124 रन बनाए थे।